“उत्तर प्रदेश विधानसभा का शीतकालीन सत्र सीएम योगी आदित्यनाथ के बिना स्थगित कर दिया गया। समाजवादी पार्टी के विधायकों ने हंगामा किया, और विधानसभा अध्यक्ष ने सदन को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया।”
लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधानसभा का शीतकालीन सत्र इस बार बिना मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के संबोधन के स्थगित कर दिया गया। यह योगी सरकार के लिए पहली बार है कि विधानसभा का सत्र बिना सीएम के संबोधन के स्थगित हुआ हो।
सपा का जबरदस्त हंगामा
सत्र के चौथे दिन भी विधानसभा में हंगामा जारी रहा। समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के विधायकों ने सरकार के खिलाफ तीखे सवाल उठाए और विरोध प्रदर्शन किया। सपा के विधायक राज्यसभा में अमित शाह द्वारा दिए गए बयान पर नाराज थे और उन्होंने सदन में आते ही तख्तियां लेकर नारेबाजी शुरू कर दी।
विधानसभा अध्यक्ष का कड़ा रुख
विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने सदन में शांतिपूर्वक चर्चा की अपील की, लेकिन जब सपा के विधायक नहीं माने, तो उन्होंने सत्र को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया। महाना ने विरोध कर रहे विधायकों से कहा, “आप लोग बाबा साहेब की फोटो उल्टी पकड़े हो, पहले ठीक से पकड़िए, फिर सम्मान की बात करिए।”
अमित शाह का बयान और सपा की नाराजगी
बुधवार को राज्यसभा में गृहमंत्री अमित शाह ने बाबा साहब अंबेडकर पर एक विवादास्पद बयान दिया था, जिसमें उन्होंने कहा था, “अंबेडकर का नाम इतना लिया जाता है, अगर भगवान का नाम लिया होता तो सात जन्मों तक स्वर्ग में रहते।” इस बयान को लेकर सपा और कांग्रेस ने उनकी आलोचना की और इस्तीफे की मांग की।
सपा कार्यकर्ताओं का संदेश
सपा के विधायक इस बयान को अंबेडकर का अपमान मानते हुए विरोध कर रहे थे और उन्होंने मांग की कि अमित शाह माफी मांगें। हंगामे के बीच, सपा विधायक सदन की कार्यवाही को बाधित करते रहे।
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विशेष संवाददाता – मनोज शुक्ल