“लखनऊ के हजरतगंज थाने की शिफ्टिंग के दौरान 18 चार पहिया गाड़ियां गायब हो गईं। 2018 में जांच में यह लापरवाही उजागर हुई। डीसीपी की जांच रिपोर्ट के बाद FIR दर्ज की गई। गाड़ियों का कोई सुराग नहीं।”
लखनऊ। लखनऊ के हजरतगंज थाने की 2009 में बाल्मीकी मार्ग से मटियारी यार्ड में शिफ्टिंग के दौरान 18 चार पहिया गाड़ियां गायब हो गईं। यह गाड़ियां मुकदमों में जब्त और लावारिस थीं। 2018 में इन्वेंटरी जांच के दौरान इन गाड़ियों के गायब होने का खुलासा हुआ।
शुरुआती जांच में पता चला कि थाने की 36 गाड़ियां मटियारी यार्ड भेजी गई थीं, जिनमें से 18 गाड़ियां क्षतिग्रस्त हालत में पाई गईं, जबकि बाकी 18 गाड़ियां लापता थीं। गाड़ियों की पहचान करना भी मुश्किल हो गया है क्योंकि कई गाड़ियों की नंबर प्लेट और चेचिस नंबर मिट चुके हैं।
गाड़ियों के रखरखाव और सुरक्षा में पुलिसकर्मियों की भारी लापरवाही सामने आई है। डीसीपी सेंट्रल ने जांच रिपोर्ट के आधार पर एफआईआर दर्ज कराई है। मटियारी मालखाना में गाड़ियों को ढंग से नहीं रखा गया और जिम्मेदार अधिकारियों ने देखरेख की कोशिश नहीं की।
यह मामला पुलिस विभाग की कार्यप्रणाली और जिम्मेदारी पर गंभीर सवाल खड़े करता है। अब पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि ये गाड़ियां कहां और कैसे गायब हुईं।
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विशेष संवाददाता – मनोज शुक्ल