“कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने मोदी सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं, कहा है कि जीएसटी गरीब और मध्यवर्गीय वर्ग के लिए लूट का साधन बन गया है। उन्होंने आगामी बजट में ‘कर आतंकवाद’ समाप्त करने की मांग की है।”
नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने गुरुवार को केंद्र सरकार से मांग की है कि वह आगामी बजट में “कर आतंकवाद” को समाप्त करे और गरीब तथा मध्यवर्गीय वर्ग से लूट की प्रक्रिया को रोकने के लिए कदम उठाए। खड़गे ने Goods and Services Tax (GST) को लेकर केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की आलोचना करते हुए इसे ‘Give Sitharaman Tax’ (जीएसटी) करार दिया और कहा कि सरकार ने इसे लोगों से उनकी मेहनत की कमाई लूटने का एक साधन बना दिया है।
खड़गे ने X पर पोस्ट करते हुए लिखा, “जो नाम भी हम भाजपा के जीएसटी को दें, एक बात साफ है: मोदी सरकार ने जीएसटी को गरीब और मध्यवर्गीय लोगों की मेहनत की कमाई लूटने का साधन बना दिया है।” उन्होंने केंद्र सरकार से यह मांग की कि आगामी बजट में मोदी सरकार को “कर आतंकवाद” और “जनता की लूट” को समाप्त करना चाहिए।
जीएसटी को ‘जटिल और अजीब’ करार दिया
खड़गे ने आरोप लगाया कि भाजपा द्वारा लागू किए गए नौ अलग-अलग जीएसटी स्लैब्स ने कर को “जटिल और अजीब” बना दिया है, जबकि जीएसटी को एक सरल और प्रभावी कर प्रणाली बनाना था। उन्होंने कहा कि जीएसटी को लेकर केंद्र सरकार की ओर से रिकॉर्ड संग्रह का जश्न मनाना, जनता के जख्मों पर नमक छिड़कने जैसा है।
खड़गे ने यह भी कहा कि पिछले पांच वर्षों में आयकर संग्रह में 240% का इजाफा हुआ है, जबकि जीएसटी संग्रह में 177% का इजाफा हुआ है। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि जीएसटी का दो-तिहाई हिस्सा, यानी 64%, गरीब और मध्यवर्गीय लोगों से लिया जा रहा है, जबकि 3% जीएसटी केवल अरबपतियों से ही वसूला जा रहा है।
किसानों पर भी जीएसटी का बोझ
खड़गे ने किसानों का मुद्दा भी उठाया और कहा कि पहली बार किसानों के 36 कृषि उत्पादों पर जीएसटी लगाया गया है। इसके अलावा, जीवन बीमा और स्वास्थ्य बीमा के प्रीमियम पर भी 18% जीएसटी देना पड़ रहा है, जो गरीब और मजदूर वर्ग के लिए अतिरिक्त बोझ बन रहा है।
कांग्रेस की प्रेस कॉन्फ्रेंस
कांग्रेस ने इस मुद्दे को लेकर देशभर के दर्जनों शहरों में प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की हैं, जिनमें पार्टी के वरिष्ठ नेता और कार्यकर्ता जीएसटी के तहत लागू की गई विभिन्न स्लैब्स की जटिलताओं और इससे आम जनता को हो रही परेशानियों के बारे में सरकार से राहत की मांग कर रहे हैं।
कांग्रेस अध्यक्ष ने यह भी कहा कि जीएसटी को लागू करते वक्त भाजपा सरकार ने यह वादा किया था कि यह एक “अच्छा और सरल कर” होगा, लेकिन इसके विपरीत, यह कर प्रणाली लोगों के लिए और भी जटिल हो गई है।
निष्कर्ष:
कांग्रेस पार्टी का आरोप है कि जीएसटी के तहत गरीब और मध्यवर्गीय वर्ग से अत्यधिक कर वसूला जा रहा है, जबकि सरकार ने बड़े कारपोरेशनों और अरबपतियों के लिए कर दरें घटा दी हैं। खड़गे ने सरकार से तत्काल प्रभाव से जीएसटी के कर स्लैब को सरल बनाने, किसानों के उत्पादों पर लगाए गए कर को वापस लेने और आम जनता को राहत देने की मांग की है।