लखीमपुर खीरी।
सीडीओ का औचक निरीक्षण मंगलवार को विकास भवन में हड़कंप मचा गया। बिना पूर्व सूचना पहुंचे मुख्य विकास अधिकारी (सीडीओ) अभिषेक कुमार ने कई विभागों की उपस्थिति पंजिका, कार्यालय व्यवस्था, सफाई और जनसुनवाई प्रणाली की बारीकी से जांच की।
निरीक्षण के दौरान जैसे ही उपस्थिति रजिस्टर की जांच शुरू हुई, कई विभागों के कर्मचारी गैरहाजिर मिले। इससे नाराज़ सीडीओ ने स्पष्ट किया कि अब काम में लापरवाही और समय की अनदेखी कतई बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

अनुपस्थित कर्मचारियों पर हुई कार्रवाई।
अर्थ एवं संख्याधिकारी विभाग के चार, लघु सिंचाई के तीन, सहकारिता और समाज कल्याण के दो-दो, पशुपालन विभाग के पाँच, ग्रामीण अभियंत्रण के तीन और पंचायती राज विभाग का एक कर्मचारी अनुपस्थित मिला। सभी को नोटिस जारी कर जवाब तलब किया गया है और एक दिन का वेतन काटने के आदेश दिए गए हैं।
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सीडीओ ने दिए सख्त निर्देश।
सीडीओ अभिषेक कुमार ने सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को सुबह समय पर उपस्थित रहने और रोजाना सुबह 10 से 12 बजे तक जनसुनवाई सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने सहकारिता विभाग में एडीसीओ की नियमित उपस्थिति के लिए रोस्टर निर्धारित करने की बात भी कही।

इसके अलावा, सभी को निर्देशित किया गया कि छुट्टी संबंधित आवेदन पत्र सुबह 10 बजे तक उपस्थिति पंजिका में दर्ज कराना अनिवार्य होगा।
ये कर्मचारी पाए गए अनुपस्थित:
डीपीआरओ कार्यालय से बीएल राना, पशुपालन से अंकुर, अमित कुमार वर्मा, रवि कुमार, राहुल सिंह, रजत प्रताप सिंह, सहकारिता से भगवानदास राना और साधना सिंह, ग्रामीण अभियंत्रण से हरद्वारी लाल, समीर शरण सिंह, अमित कुमार कश्यप, समाज कल्याण से भूपराम राना, विकास गुप्ता, डीएसटीओ से नीति शर्मा, डॉ. मंजू दीक्षित, अरविंद, डॉ. उदय सिंह, लघु सिंचाई से श्याम सुंदर यादव, सुनीता और अजय कुमार।

निरीक्षण के बाद गर्म हुआ माहौल।
सीडीओ की छापामार कार्रवाई से विकास भवन में हड़कंप है। साफ संदेश है कि अब सरकारी दफ्तरों में समय की पाबंदी, सफाई और जनसेवा को लेकर कोई समझौता नहीं होगा।