गोरखपुर, 12 मई। मुख्यमंत्री योगी जनता दर्शन कार्यक्रम के दौरान रविवार रात्रि गोरखनाथ मंदिर में रुकने के बाद सोमवार सुबह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आमजन की समस्याएं सुनते हुए अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि हर पीड़ित की समस्या का समाधान सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। इस दौरान उन्होंने करीब 150 लोगों की शिकायतें गंभीरता से सुनीं और अधिकारियों को समयबद्ध व संतोषजनक निस्तारण का निर्देश दिया।
जनता दर्शन का आयोजन गोरखनाथ मंदिर परिसर स्थित महंत दिग्विजयनाथ स्मृति भवन के सामने किया गया। मुख्यमंत्री स्वयं कुर्सियों पर बैठे लोगों तक पहुंचे और हर व्यक्ति की बात ध्यानपूर्वक सुनी। लोगों ने ज़मीन पर कब्जे, आवास की कमी और इलाज में आर्थिक बाधाओं जैसी समस्याएं उठाईं।
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मुख्यमंत्री योगी जनता दर्शन में आवास की मांग पर उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिए कि प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत हर पात्र व्यक्ति को आवास मिलना चाहिए, चाहे वह किन्हीं कारणों से अब तक वंचित रहा हो। इलाज की मांग लेकर पहुंचे लोगों को भी आश्वासन देते हुए उन्होंने कहा कि धन की कमी किसी के इलाज में बाधा नहीं बनेगी। साथ ही अधिकारियों को निर्देश दिया कि इलाज का अनुमान जल्दी तैयार कर शासन को भेजा जाए ताकि मुख्यमंत्री विवेकाधीन कोष से सहायता राशि स्वीकृत की जा सके।

भूमि विवाद संबंधी शिकायतों पर मुख्यमंत्री ने कड़े तेवर दिखाते हुए स्पष्ट कहा कि जमीन कब्जाने वालों पर कठोर कानूनी कार्रवाई की जाए। इसके साथ ही, उन्होंने यह भी कहा कि यदि किसी प्रकरण में लगातार परेशानियां उठानी पड़ी हैं तो संबंधित अधिकारियों की जवाबदेही तय की जाए।
जनता दर्शन के दौरान मुख्यमंत्री का आत्मीय व्यवहार और संवेदनशील दृष्टिकोण लोगों में विश्वास पैदा करता दिखाई दिया। यह कार्यक्रम न सिर्फ प्रशासन की जवाबदेही बढ़ाता है बल्कि आम जनता को सीधा संवाद का मंच भी उपलब्ध कराता है।
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