लखनऊ। सूबे की राजधानी लखनऊ में उत्तर प्रदेश सड़क परिवहन निगम(रोडवेज) को रेल नीर का सेवा कर न देने पर आज नोटिस भेजा गया है। परिवहन निगम ने रॉयल्टी तो ले ली लेकिन सेवा कर नहीं जमा कराया। इस पर सेंट्रल एक्साइज इंटेलीजेंस महानिदेशालय ने सख्त रूख अख्तियार कर नोटिस भेज दिया है। रोडवेज के साथ बस अड्डों में यात्रियों को बोतल बंद पानी की आपूर्ति के लिए परिवहन नीर बेचने की शुरूआत की गई है। इसके लिए रोडवेज ने फ्रेंचाइजी मॉडल को अपनाया और परिवहन नीर की रॉयल्टी ले ली। पहिवहन नीर की पैकेजिंग,बॉटलिंग के साथ बेचने का जिम्मा निजी हाथों में हैं। रोडवेज को इसके लिए बंधी बंधायी रकम मिलती है। बता दें कि नियमानुसार रोडवेज को रॉयल्टी से सेवाकर जमा करना चाहिए था,किंतु ऐसा नहीं किया गया है। सेंट्रल एक्साइज इंटेलीजेंस के अपर महानिदेशक राजेंद्र सिंह के आदेश जब इस मामले की छानबीन हुई तो पता चला कि आज तक रोडवेज ने सेवा कर के नाम पर कोई रकम जमा नहीं की है। वहीं आकलन किया गया है कि करीब ढाई से तीन करोड़ की धनराशि रोडवेज पर सेवा कर के रूप में बकाया है।