चंडीगढ़ । हरियाणा के स्वर्ण जयन्ती समारोह के दौरान हिसार में समेकित विमानन हब की स्थापना का कार्य शुरू हो जाएगा। यह अत्याधुनिक विमानन हब 3000 हजार एकड़ से अधिक भूमि पर विकसित किया जाएगा। इसके अतिरिक्त, केन्द्र सरकार से हिसार और करनाल को रीज़नल कनेक्टिविटी स्कीम(आरसीएस) में शामिल करने का भी आग्रह किया गया है जोकि 2016-17 की दूसरी तिमाही में प्रभावी होगी।
नागरिक उड्डयन मंत्री राव नरबीर सिंह ने मंगलवार को यह जानकारी देते हुए बताया कि इस परियोजना के प्रथम चरण में विभिन्न गतिविधियां चलाई जाएंगी, जिनमें मौजूदा रनवे का 4000 फुट से 7000 फुट तक विस्तार, नाइट लेंडिग सुविधा उपलब्ध करवाना, रखरखाव मरम्मत ओवरहॉल (एमआरओ) गतिविधियों के लिए अतिरिक्त हैंगरों का निर्माण तथा टर्मिनल भवन का पुनरोद्घार करना शामिल है। उन्होंने बताया कि इस उद्देश्य के लिए चालू वित्त वर्ष में 50 करोड़ रुपये के बजट का प्रावधान किया गया है। इसके अतिरिक्त पिंजौर, करनाल, भिवानी तथा नारनौल की हवाई पट्टियों के विकास के लिए भी 20 करोड़ रुपये के बजट का प्रावधान किया गया है।
राव नरबीर ने बताया कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने हिसार हवाई अड्डे को अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के रूप में विकसित करने की घोषणा की थी। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार के पास हिसार हवाई अड्डे पर 196 एकड़ भूमि है। उन्होंने बताया कि इस विमानन हब में विमानों, विशेष रूप से हल्के तथा मध्यम विंग वाले विमानों तथा हैलीकाप्टरों के रख-रखाव, मरम्मत तथा ओवरहॉल, फिक्सड बेस ऑपरेशन (एफबीओ) तथा उपकरण विनिर्माण कॉम्पलैक्स की सुविधाएं होंगी।