लखनऊ। बहुजन समाज पार्टी सत्तारूढ़ दल समाजवादी पार्टी को 22 तारीख से शुरू हो रहे विधानमंडल सत्र में अधूरे वादों पर सदन में घेरेगी। साथ ही घोषणा पत्र में किये गये खोखले वादों के खिलाफ और ज्यादा तेज विरोध करेगी।
इस बारे में रविवार को बसपा विधानपरिषद के नेता प्रतिपक्ष नसीमुद्दीन सिद्दकी व नेता विरोधी दल गयाचरण दिनकर ने संयुक्त प्रेस वार्ता की। उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश की सपा सरकार ने जनता से किए वादे पूरे नहीं किए, इसलिए उनकी नकामी को बेनकाब किया जायेगा।
उन्होंने कहा कि साढ़े चार साल में सरकार ने घोषणा पत्र में किये गये वादों में से कोई भी वादा उनका पूरा नहीं किया। बेगुनाह मुस्लिमों को जेल से छोड़ने की बात की बात सपा ने अपने घोषणा पत्र में कही थी, जिस पर सरकार ने कोई एक्शन नहीं लिया है। रंगनाथ मिश्रा और सच्चर कमेटी की सिफारिशों को लागू कराने को लेकर सरकार ने कुछ नहीं किया। आरक्षण देने के मामले में भी सरकार ढिली पड़ चुकी है। वहीं दूसरी ओर हिन्दुओं के लिए 17 जातियों को अनुसूचित जाति में शामिल करने की बात अपने घोषणा पत्र में कही थी। जो कि कभी नहीं पूरी हो सकती है। क्योंकि उसके लिए पर्लियामेंट में संविधान संसोधित करना पड़ेगा। जो इस सरकार के बस में नहीं यह सिर्फ कोरी और हवाहवाई बयान बाजी कर रही है।
सिद्दीकी ने कहा कि वह मुद्दों के आधार पर सरकार को घेरेंगे और सरकार की नीतियों को बेनकाब करेंगे। कानून व्यवस्था के मामले में सरकार पूरी तरह फेल है। इस सरकार में सबसे ज्यादा दंगे हुए है। मुजफ्फरनगर दंगे के सताये गये लोग आज भी कैम्प में रहने को मजबूर है। प्रदेश सरकार उनके लिए कुछ नहीं कर पा रही है। एक सवाल के जवाब में सिद्दीकी ने कहा बसपा पहले से ज्यादा और मुखर होकर विधानसभा में सरकार का विरोध करेगी। स्वामी को अब देखना है कि वह अपनी पार्टी के लिए क्या करते हैं। इस मौके पर मोहनलालगंज से सपा की पूर्व सांसद रीना चैधरी, 2009 में मोहनलालगंज से भाजपा से चुनाव लड़े राजन चैधरी व 2014 में लखनऊ में तृणमूल से चुनाव लड़ने वाले सर्वर मलिक बसपा में शामिल हो गए। उन्हें पार्टी के वरिष्ठ नेता नसीमुद्दीन सिद्दीकी ने पार्टी ज्वाइन कराई।