लखनऊ। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की उत्तर प्रदेश इकाई ने सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता डा0 मनोज मिश्र ने मुलायम सिंह से सवाल किया है कि आतंकवदियों की पैरवी कौन सी राष्ट्रीय एकता और अखण्डता है ?मुलायम के बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि सपा मुखिया को उस समय राष्ट्रीय एकता और अखण्डता की चिन्ता नहीं थी जब उन्होंने प्रदेश के आतंकवादियों की पैरवी की थी।डा0 मनोज मिश्र ने कहा कि राम जन्मभूमि के कार सेवकों पर गोली चलाना उस समय भी निन्दनीय था और आज भी निन्दनीय है। सच में मुलायम सिंह यादव उत्तर प्रदेश में तुष्टीकरण की नीति चला रहे हैं।भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि मुलायम सिंह का यह बयान जले पर नमक छिड़कने जैसा है। उन्होंने कहा कि तुष्टीकरण और राष्ट्रीय एकता अखण्डता में अन्तर होता है। मुलायम सिंह यादव और उनकी पार्टी जन्मभूमि प्रकरण में तुष्टीकरण कर रही थी और आज भी कर रही है। इस समय पुराने प्रकरण को उभारकर मुलायम प्रदेश की जनता को क्या संदेश देना चाहते हैं ? डा0 मिश्र ने कहा कि ऐसा लगता है कि विधानसभा चुनाव 2017 में मुलायम साम्प्रदायिक विभाजन चाहते हैं। समाजवादी पार्टी साम्प्रदायिक ध्रुवीकरण करके चुनाव लड़ना चाहती है।
डा0 मिश्र ने याद दिलाया कि वैसे भी सपा का साम्प्रदायिक रिकार्ड खराब है। मुजफ्फरनगर का दंगा प्रदेश की जनता अभी भूली नहीं है। आतंकवादियों की सपा सरकार की पैरवी भी प्रदेश की जनता को याद हैै। सपा सुप्रीमों द्वारा राष्ट्रीय एकता अखण्डता की बातें उसके इतिहास से मेल नहीं खाती है। कार सेवकों पर गोली चलवाने की बात करके मुलायम सिंह घाव कुरेद रहे हैं। उस समय के गोलीकाण्ड पर मुलायम सिंह को माफी मांगनी चाहिए। प्रदेश की जनता ने आज तक उन्हें माफ नहीं किया है। उन्होंने सपा मुखिया को सलाह दी है कि अगर वह विकास के मुद्दे पर बात करें तो बेहतर होगा।