मुंबई। देश में अट्रॉसिटी कानून का बड़े पैमाने पर दुरुपयोग किया जा रहा है। इस कानून का उपयोग सवर्ण लोग अपने विवाद में कर रहे हैं। इसलिए इस कानून के दुरुपयोग को तत्काल प्रशासन की ओर से रोका जाना चाहिए। यह जानकारी राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद पवार ने मुंबई में पत्रकारों को दिया है। पवार ने कहा कि मुसलिम व मराठा समाज के लोगों को ओबीसी आरक्षण को नुकसान न पहुंचाते हुए आरक्षण दिया जाना चाहिए तथा मुसलिम युवकों की आईएस के नाम की जाने वाली गिरफ्तारी पर भी रोक लगनी चाहिए।
शरद पवार ने कहा कि उन्होंने कभी भी नहीं कहा कि अट्रॉसिटी कानून को रद्द किया जाना चाहिए। इस कानून का दुरुपयोग बड़े पैमाने पर सवर्ण लोग अपने निजी झगड़े में करने लगे हैं , इसलिए प्रशासन को सचेत रहना चाहिए। उन्होंने इस बारे में मराठा समाज की ओर से किए जा रहे आंदोलन का भी समर्थन किया है। पवार ने कहा कि मुसलिम व मराठा समाज में भी गरीब परिवार के लोग हैं । इन दोनों समाज के पिछड़े लोगों को किसी भी तरह ओबीसी के आरक्षण को नुकसान पहुंचाए बिना आरक्षण दिया जाना चाहिए। पवार ने कहा कि अपराधी की कोई जाति नहीं रहती है। आईएस के नाम पर मुसलिम समाज के लोगों को समूह के आधार पर पुलिस उठा रही है। इस बारे में पुख्ता जानकारी इकठ्ठा कर पुलिस को कार्रवाई करनी चाहिए और किसी भी अपराधी को उठाने के बाद उसे कोर्ट में 24 घंटे के अंदर पेश किया जाना चाहिए। राज्य सरकार की ओर से प्रस्तावित नए कानून पर बोलते हुए पवार ने कहा कि इस कानून से राज्य में फिर से आपातकाल जैसी स्थिती पैदा हो जाएगी। यह कानून सभी वर्ग के लिए नुकसानदेह साबित होने वाला है।
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