नई दिल्ली। स्वराज अभियान के प्रमुख योगेंद्र यादव ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को सार्वजनिक पत्र लिखकर शराब की दुकानों के लाइसेंस जारी करने के मामले में उन्हें झूठा करार दिया है। इसके साथ ही योगेंद्र यादव ने इस आरोप के गलत साबित होने की सूरत में सार्वजनिक जीवन से संन्यास लेने का ऐलान किया है।इस पत्र में यादव ने दिल्ली सरकार पर जनता से झूठ बोलने और गुमराह करने का आरोप लगाया है। यादव ने दावा किया है कि सत्ता में आने के बाद अरविंद केजरीवाल सरकार ने 399 शराब की दुकानें के लाइसेंस जारी किए जबकि दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया का दावा है कि आम आदमी पार्टी की सरकार बनने के बाद से दिल्ली में केवल 6 शराब की दुकानों के लाइसेंस दिए गए हैं।योगेंद्र यादव ने केजरीवाल से सवाल किया कि आरटीआई कार्यकर्ताओं की यह सरकार शराब की सूचना क्यों छुपा रही है? नशामुक्ति के वादे पर बनी इस सरकार ने शराब को बढ़ावा क्यों दिया? स्वराज का नाम लेने वाली सरकार ने शराब की दुकान खोलने से पहले आज के कानून के तहत भी जनता की राय क्यों नहीं ली? शराब बिक्री से कमाए 3589 करोड़ रुपये में से आपने एक करोड़ भी नशामुक्ति के लिए क्यों नहीं खर्चा?