
वायरल फीवर से शहर की विभिन्न पुलिस कालोनियों के आधा दर्जन सिपाही इलाज के लिए केपीएम, उर्सला हैलट समेत प्राइवेट नर्सिंग होम में भर्ती है। फिलहाल रविवार को उनकी डेंगू की जांच नहीं हो सकी है, लेकिन जिस प्रकार मरीजों ने लक्षण बताये है वह डेंगू की ओर इशारा करता है। डाक्टरों ने उनको प्रथामिक उपचार देते हुए जनरल वार्ड में शिफ्ट कर दिया है। उर्सला अस्पताल में कोतवाली में तैनात कम्प्यूटर आपरेटर विशाल बाजपेई, हरबंश मोहाल की पुलिस कालोनी से सिपाही गोविन्द सिंह, घाटमपुर थाने के सिपाही सर्वेन्द यादव की हालत चिंताजनक बनी हुई है। वहीं कई गंभीर मरीज सरकारी डाक्टरों पर भरोसा न करते हुए इलाज के लिए प्राइवेट नर्सिंगहोम में अपना इलाज करवा रहे है। वायरल फीवर से ग्रस्त भर्ती सिपाहियों का चिकित्सकों ने ब्लड सैंपल ले लिया है।