लखनऊ। हाइकोर्ट की लखनऊ खंडपीठ ने प्रदेश में फैले भयावह रोग डेंगू की रोकथाम के मामले में प्रदेश के प्रमुख सचिव स्वास्थ्य सहित अन्य अधिकारियों को अबतक की गई कार्यवाई के साथ तलब किया है। अदालत ने इस मामले में सख्त रुख अपनाते हुए कहा है कि पिछले आदेश के बाद संबंधित विभागों के सभी आलाधिकारियों ने अब तक डेंगू की रोकथाम व इलाज के लिए क्या कार्रवाई की।
अदालत ने प्रमुख सचिव चिकित्सा स्वास्थ्य व सचिव शहरी विकास एवं प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड से जानना चाहा है की डेंगू की रोकथाम के लिए अबतक क्या उपाय किये गए है। इलाज के लिए क्या प्रबंध किये गये हैं। कोर्ट ने पिछले आदेश में स्वास्थ्य विभाग सहित लखनऊ के नगर आयुक्त और मुख्य चिकित्सा अधिकारी को कहा था कि यह जिम्मेदार अफसर अपना निजी हलफनामा देकर अदालत को बताएं कि अब तक डेंगू की रोकथाम के लिए क्या-क्या प्रबंध किये गए हैं। अदालत ने इस संजीदा मामले में सभी विपक्षी को सख्त निर्देश दिए थे कि तत्काल इस मामले में सुरक्षा व बचाव की कार्रवाई कर अदालत को अवगत कराया जाये। अदालत के पिछले आदेश के तहत राज्य सरकार, चिकित्सा विभाग व प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की ओर से अदालत के समक्ष जवाब दाखिल किया गया। अदालत ने कहा कि यह स्पष्ट किया जाये की कहा कहा फॉगिंग और सफाई की गयी है। किस अस्पताल में कितनी दवाएं उपलब्ध हैं। सुनवाई के समय अदालत ने नगर निगम, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग सहित अन्य संबंधित विभागों की लचर कार्रवाई पर हैरानी जताई। अदालत ने कहा की आये दिन डेंगू से हादसे हो रहे हैं फिर भी अब तक दवाए व अन्य बचाव के साधन पर्याप्त नहीं।