लखनऊ। अपना दल बुधवार को पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत केन्द्र सरकार की जनविरोधी, किसान, नौजवान, दलित, मजदूर तथा व्यापारी विरोधी और गुजरात के पटेलों के आरक्षण विरोधी अभियान के खिलाफ एकदिवसीय धरना-प्रदर्शन जिलाध्यक्ष शैलेन्द्र पटेल (सोनू) एवं महानगर अध्यक्ष उमेश पटेल के संयुक्त नेतृत्व में किया गया। पार्टी के जिला और महानगर पदाधिकारी और अन्य समर्थक इसमें शामिल हुए। अन्त में 10 सूत्रीय ज्ञापन जिलाधिकारी के माध्यम से राष्ट्रपति को सौंपा गया।
धरने को सम्बोधित करते हुए जिलाध्यक्ष शैलेन्द्र पटेल ने कहा कि केन्द्र सरकार की नीतियां, किसान तथा नौजवान तथा व्यापारियों के खिलाफ है, यही कारण है कि किसान आत्महत्या कर रहा है। नौजवान बेरोजगार होकर दिगभ्रमित हो रहा है। उन्होंने कहा कि सांसद मिर्जापुर अनुप्रिया पटेल को पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष कृष्णा पटेल के जाली हस्ताक्षर और कूटरचित पत्रों से ही केंद्र में मंत्री बनाया गया है। इस पूरे मामले की सीबीआई से जांच होनी चाहिए। इसके अलावा इलाहाबाद में हुई अपना दल की रैली में पुलिसिया कार्रवाई की सीबीआई से जांच, गुजरात के पटेल समुदाय पर हो रहे उत्पीड़न की सीबीआई से जांच होनी चाहिए। महानगर अध्यक्ष उमेश पटेल ने 10 सूत्रीय मांग पत्र के सम्बन्ध में जानकारी देते हुए बताया कि किसानों को लागत मूल्य पर खाद, बीज, कीटनाशक दवाएं, बिजली तथा कृषि यन्त्र उपलब्ध कराये जाएं। अंत में दल के वरिष्ठ नेता रामाश्रय सिंह पटेल, राममसनेही पटेल, मोहम्मद नजीर, दिनेश कुमार पटेल, श्यामबिहारी गुप्ता मोदनवाल, रविप्रकाश षर्मा (चाणक्य), मुकेश रावत, जसकरन वर्मा, सुन्दरलाल, कमल किशोर, राजेश कुमार, सियाराम, शुभम ने भी अपने विचार रखे।
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