कल 11 नवंबर शुक्रवार को देव प्रबोधनी एकादशी है। 4 महीने के बाद जगेंगे भगवान श्री हरि विष्णु।
शास्त्रों के अनुसार, कल का न केवल दिन बल्कि रात भी है खास इसलिए कुछ खास काम हैं जो नहीं करने चाहिए अन्यथा कमाए गए पुण्य भी पाप में परिवर्तित हो जाते हैं। वैसे तो इस दिन व्रत रखने का विधान है लेकिन संभव न हो तो पुण्यलाभ के लिए रखें ध्यान-
* एकादशी की रात जागरण करके हरि नाम संकीर्तन करना चाहिए।
* पान नहीं खाना चाहिए इससे रजोगुण में बढोत्तरी होती है, किसी को भेंट भी न करें।
* मंजन, टूथ पेस्ट का प्रयोग न करें।
* चोरी करने से इस लोक में ही नहीं परलोक में भी दुख भोगना पड़ता है। इस बुरी आदत से एकादशी वाले दिन ही नहीं बल्कि सदा दूर रहें।
* हिंसा से दूर रहें, मन में बुरे भाव आते हैं।
* संभोग न करें। ब्रह्मचार्य का पालन करें।
* झूठ नहीं बोलना चाहिए।
* किसी के गुण-दोष की व्याख्या अथवा तिरस्कार न करें।
* काम भाव से दूर रहें।
* मन में द्वेष न आने दें।
* मांस मदिरा से दूर रहें।
* लहसुन प्याज का सेवन न करें।