नई दिल्ली। मोदी सरकार द्वारा 500 और 1000 के नोट पर पाबंदी के बाद से ही विपक्ष ने हमलावार रुख अपना लिया है।
तमाम पार्टियां अब इस मुद्दे को लेकर सरकार को संसद में घेरने की तैयारी में है। वहीं सरकार ने पलटवार के लिए अपनी रणनीति तैयार कर ली है।
सूत्रों के मुताबिक संसदीय कमेटी बैठक में पीएम मोदी ने कहा कि देश की जनता हमारे साथ है। हालांकि सर्वदलीय बैठक में सरकार सभी पर विपक्ष को चर्चा का भरोसा दिया और कहा कि उसे विपक्ष से उम्मीद है कि सदन में उनका पूरा सहयोग मिलेगा।
संसदीय कमेटी बैठक में पीएम मोदी ने कहा कि सरकार संसद में सभी मुद्दों पर चर्चा के लिए तैयार है, लेकिन अगर विपक्ष हावी होने की कोशिश करेगा तो उन्हें जवाब दिया जाएगा।
वहीं पार्टी के अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि विपक्ष के पास कोई बड़ा मुद्दा नहीं है इसलिए वो संसद की शीलकालीन सत्र में नोटबंदी, OROP और सर्जिकल स्ट्राइक के मुद्दे पर सरकार पर दबाव बनाने की कोशिश करेगा।
इस बीच केंद्रीय मंत्री वेंकैया नायडू ने कहा कि पीएम मोदी के फैसले के साथ पूरा देश खड़ा है। चाहे वो सीमा पर आतंकियों के खिलाफ सर्जिकल स्ट्राइक का मुद्दा हो या फिर कालेधन पर लगामे लगाने के लिए 500 और 1000 के नोट पर बैन का फैसला।
नायडू ने बताया इन दोनों मुद्दों पर एनडीए के घटक दलों ने भी पीएम मोदी को अपना पूरा समर्थन दिया। वहीं केंद्रीय मंत्री अनंत कुमार ने कहा कि विपक्ष जितना चाहे शोर मचा ले कालेधन के खिलाफ मुहिम को अंजाम तक पहुंचाएंगे।
विपक्ष सरकार के खिलाफ एकजुट
दरअसल नोटबंदी को लेकर विपक्ष अब संसद में सरकार को घेरने की तैयारी में है। इस को ध्यान में रखते हुए शीलकालीन सत्र से पहले तमाम दलों ने बैठक की।
बैठक में कांग्रेस, टीएमसी, आरजेडी, जेडीयू, जेएमएम समेत वामदल के तमाम बड़े नेता शामिल हुए। खबरों की मानें तो विपक्ष का कहना है कि सरकार ने बिना तैयारी नोट पर पाबंदी लगा दी है। विपक्ष की मांग है कि जनता की परेशानी को देखते हुए मोदी सरकार को नोटबंदी पर अपना फैसला वापस लेना चाहिए।