लखनऊ। बीते आठ दिनों से करेंसी एक्सचेंज को लेकर मारामारी से गुरुवार को राजधानी के बैंकों और डाकघरों ने थोड़ी राहत की सांस ली। हालांकि कुछ जगहों पर थोड़ा हो-हल्ला हुआ, लेकिन कर्मचारियों ने खुद ही मामले को संभाल लिया।
बैंकों में जहां दस-दस के सिक्कों और सौ रूपए की नोट एक्सचेंज में दी गई। डाकघरों और एटीएम से भी दो हजार और सौ रूपए आसानी से जारी किए गए।
वहीं दोपहर बाद से बैंकों और डाकघरों ने साढ़े चार हजार की जगह दो हजार की करेंसी ही एक्सचेंज की। इस पर जीपीओ में खाताधारकों ने जमकर हंगामा काटा।
नए नियमों ने किया परेशान
हर रोज तो नए नियम जारी कर दिए जाते हैं। आम जनता की बात हो रही है और हमें ही परेशानी भी झेलनी पड़ रही है। यह दर्द बंया किया जीपीओ आए साहिल सैययद ने।
उन्होंने कहा कि नोटबंदी का फैसला भले ही लॉंग टर्म में फायदेमंद है, लेकिन हमें तो एटीएम के बार घंटों मशक्कत करनी पड़ी है। हालांकि अब स्थिति बेहतर हो गई है। जरूरत के पैसे भी एक्सचेंज हो गए हैं, लेकिन मुसीबत यह है कि आज भी कई जगहों पर दो हजार की करेंसी दी जा रही है।
इंजीनियरिंग कॉलेज स्थित स्टेट बैंक ऑफ इंडिया से करेंसी एक्सचेंज कराकर आए राहुल श्रीवास्तव ने बताया कि उन्होंने जब दो हजार की करेंसी लेने से मना किया तो उन्हें दस-दस के सिक्के दिए गए।
निराला नगर स्थित केनरा बैंक पैसे एक्सचेंज कराने पहुंचे रमन पाल ने बताया कि उन्हें साढ़े चार हजार की करेंसी एक्सचेंज करानी थी। लेकिन उनका नंबर आते-आते यह सीमा दो हजार हो चुकी थी। वहीं बैंक कर्मचारी ने उन्हें दो हजार का नोट थमा दिया। अब इसका चेंज कहां से लाएंगे। यह भी एक समस्या है।
जीपीओ में हुआ हंगामा
साढ़े चार हजार की जगह दो हजार करेंसी एक्सचेंज का नियम जारी होते ही जीपीओ में भी साढ़े चार की जगह दो हजार ही एक्सचेंज किए गए। इसपर पहले तो ग्राहकों ने हंगामा किया, लेकिन थोड़ी देर में स्थिति सामान्य हो गई।
शबाना खातून और सियाराम नेगी ने बताया कि साढ़े चार हजार की फार्म भरा था, लेकिन काउंटर पर पता चला कि केवल दो हजार ही मिलेगा।
वह भी एक दिन में केवह एक बार ही। अब कल दोबारा आना पड़ेगा। शबाना ने कहा कि दो हजार में अगर कुछ चेंज मिल जाता तो बेहतर था। लेकिन कांउटर पर कर्मचारियों ने कहा कि दो हजार लेने हो तो लो, वरना चेंज नहीं है। ऐसे में अब इसी से काम चलाएंगे।
नहीं हो सकेगी धांधली
चौक डाकघर पैसे निकालने आई तसनीम सिद्दीकी ने कहा कि अच्छा है अब इंक लगाई जा रही। इससे कमीशन लेकर घंटों लाइन में दो-दो बार लगकर पैसे निकालने पर रोक लगेगी।