नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी शुक्रवार को सूरजकुंड में शुरू हो रहे तीन दिवसीय रेल विकास शिविर में रेल कर्मियों से देश के आर्थिक विकास में रेलवे की भूमिका पर मन की बात करेंगे।
प्रधानमंत्री का संबोधन प्रधानमंत्री कार्यालय, नई दिल्ली और सूरजकुंड में शिविर स्थल के बीच वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से किया जाएगा। प्रधानमंत्री शिविर के समापन दिवस पर प्रतिभागियों के साथ एक विस्तृत बातचीत करने के लिए व्यक्तिगत रूप से जाएंगे।
शिविर का उद्देश्य रेल क्षेत्र के सतत विकास के लिए रेलवे परिचालन के सबसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में नवाचारी लेकिन व्यवहारिक विचारों का सृजन करना है।
भारतीय रेलवे के 163 वर्षों के इतिहास में ऐसा पहली बार हो रहा है कि ऐसा कोई बुद्धिशील और नियोजक आयोजन सभी रेलवे कर्मचारियों को शामिल करके इतने बड़े पैमाने पर आयोजित किया जा रहा हो।
कर्मचारियों में गैंगमैन से लेकर रेलवे बोर्ड के चेयरमैन शामिल हैं। यह शिविर इस मायने में रेलवे के अन्य सम्मेलनों से अलग है कि यहां न केवल बाह्य वक्ता इसमें भागीदारी कर रहे हैं बल्कि रेलवे को क्या करना चाहिए ?
इस नजरिये से सभी स्तरों से संबंधित रेलवे कर्मचारियों को भी आपस में नए विचारों का योगदान देने के लिए और निर्णय लेने की प्रक्रिया में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है।
शिविर में रेल मंत्री सुरेश प्रभु, रेल राज्य मंत्री एवं संचार राज्य मंत्री मनोज सिन्हा और राजेन गोहैन मौजूद रहेंगे। केंद्रीय मंत्रिमंडल के अनेक मंत्रियों को शिविर के समापन दिवस पर आमंत्रित किया गया है।