लुधियाना।केन्द्र सरकार द्वारा बड़े नोट बंद करने के फैसले से लुधियाना के कपड़ा कारोबारी बड़ी मुश्किल में हैं। ठंड के समय में गरम कपड़ों की सबसे ज्यादा बिक्री होती है लेकिन नोटबंदी ने इस उद्योग की कमर ही तोड़ कर रख दी है।
लुधियाना में बन रहे इन गरम कपड़ों ने अपने देश में धूम मचा रखी है , यहॉ से लगभग भारत के सभी राज्यों के व्यापारी गर्म कपड़े खरीद कर ले जाते है। लेकिन लुधियाना के बाजारों में इन दिनों दुकानों पर सन्नाटा पसरा हुआ है, नये नोट के चलन से बाजार में कम लोग ही खरीदारी करने आ रहे हैं।
कपड़े के इस पूरे कारोबार पर बड़ा खतरा मंडरा रहा है। सर्दियों के मौसम में ही गर्म कपड़ों की सबसे ज्यादा खरीद-बिक्री की जाती है लेकिन नोटबंदी की वजह से ग्राहक नहीं मिल रहे हैं।
सर्दी के मौसम में लुधियाना के गर्म कपड़े के व्यवसायियों को डर लग रहा है कि उनके कपड़े गोदामों में ही रह जाएं। लुधियाना में करीब 15000 होजरी फैक्ट्री है और यहां के कपड़ा कारोबार का सालाना टर्नओवर करीब 13 हजार 511 करोड़ रूपया है।
नए नोटों के चलने की वजह से अबतक केवल 10 फीसदी कारोबार हुआ है, जबकि कुल कारोबार का करीब 70 फीसदी हिस्सा नवंबर महीने में होता है ।