पंजाब। जेल से कैदियों के भागने की घटना के बाद पंजाब सरकार ने महानिदेशक (जेल) को निलंबित कर दिया इसके साथ ही नाभा जेल के अधीक्षक एवं उपाधीक्षक को बर्खास्त कर दिया तथा इसकी जांच के लिए एक विशेष कार्यबल गठित किया।
पंजाब सरकार ने फरार कैदियों की सूचना देकर उनकी गिरफ्तारी कराने वाले को 25 लाख रूपए का इनाम देने की घोषणा की। वहीं कांग्रेस पंजाब अध्यक्ष अमरिंदर सिंह ने नाभा जेल से कैदियों के भागने की घटना में बादल सरकार के शामिल होने का आरोप लगाते हुए कहा कि
इससे कानून और व्यवस्था के पूरी तरह पटरी से उतरने की बात स्पष्ट हो गयी है और विधानसभा चुनावों से पहले राज्य में फिर से आतंकवाद पैदा होने का भय उत्पन्न हो गया है। साथ ही कांग्रेस ने पंजाब के गृहमंत्री सुखबीर बादल से इस्तीफा भी मांगा है।
नाभा जेल पर पुलिस की वर्दी में कुछ हथियारबंद लोगों ने हमला किया और खलिस्तान लिबरेशन फ्रंट के प्रमुख हरमिंदर मिंटू समेत पांच कैदियों को को भगा ले गए। रविवार को 10 हथियार बंद लोग जेल में घुसकर वहां बंद खालिस्तान लिबरेशन फोर्स के चीफ हरमिंदर सिंह मिंटो और उनके चार साथियों को छुड़ाकर ले गए।
पुलिस ने बताया कि वे 10 लोग पुलिस की वर्दी पहनकर जेल में घुसे थे और उन्होंने लगभग 100 राउंड फायर किए थे। बाकी जिन लोगों को वे लोग ले गए उनका नाम गुरप्रीत सिंह, विक्की सिंह गंडोरा, नितिन देओल और विक्रमजीत सिंह विक्की है। भागने वालों में दो आतंकी हैं।
हरमिंदर सिंह मिंटू जो कि 49 साल का है उसपर 10 से ज्यादा केस दर्ज हैं। उनमें डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख राम रहीम पर हमला का मामला भी शामिल है। हरमिंदर को नवंबर 2014 में दिल्ली एयरपोर्ट से गिरफ्तार किया गया था।
जानकारी मिली है कि हथियारबंद लोग दो गाड़ियों में बैठकर जेल पहुंचे थे। सबसे पहले उन्होंने गार्ड पर चाकू से हमला किया और फिर जेल के अंदर घुस गए। पंजाब को इस वक्त हाई अलर्ट पर रखा गया है।
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