लखनऊ। सरोजनीनगर के अमौसी गैस बाटलिगं प्लान्ट पर ट्रक चालको ने प्लान्ट से सिलेन्डरो में कम गैस देने का आरोप लगाते हुए शुक्त्रवार को ट्रको का चक्का जाम कर दिया।
जिससे राजधानी सहित आस-पास कई जिलो की इण्डियन आयल गैस एजेन्सियों पर गैस सिलेन्डरो की आपूर्ति ठप हो गई। करीब तीन घंटे तक चली ट्रको की हड़ताल के बाद हरकत में आए सहायक प्लान्ट प्रबंधक पंचम वर्मा ने चालको से वार्ता कर उनकी समस्याएं तत्काल सुलझाने का आश्वासन दिया।
इसके बाद चक्का जाम समाप्त हो सका और गैस सिलेन्डरो की उठान शुरू हो गई। शुक्त्रवार सुबह करीब 11 बजे सिलेन्डर ले जाने वाले ट्रक चालको ने गेट के बाहर रोड पर अपने अपने वाहन खड़े कर सिलेन्डर उठान करने से मना कर दिया।
उनका कहना था कि उन्हे आये दिन सिलेन्डरो में एक से डेढ किलो तक गैस कम दी जाती है और अधिकतर सिलेन्डरो में सील तक नही लगी होती है। जिससे एजेन्सी संचालक ऐसे सिलेन्डर वापस कर देते है। लेकिन प्लान्ट में वापसी करने पर इसका सारा खामियाजा ट्रक चालको और ट्रान्सपोर्टरो को भुगतना पड़ता है।
सिलेन्डर वापसी के दौरान चालको और ट्रान्सपोर्टरो को चोर ठहराते हुए प्लान्ट अधिकारी गैस के एवज में उनके पैसे काट लेते है। चालको का यह भी आरोप था कि एजेन्सी पहुंचने पर शिकायत करने के लिए एसएण्डडी इंचार्ज को फोन किया जाता है तो वह फोन नही उठाती है।
20 जनपदों में होती है सप्लाई
अमौसी स्थित इण्डियन ऑयल कारपोरेशन लिमिटेड गैस बाटलिंग प्लान्ट से राजधानी के साथ ही फैजाबाद, गौरखपुर, बस्ती, देवरिया, सिद्धार्थनगर, महाराजगंज, गोण्डा, बाराबंकी, रायबरेली, हरदोई, सीतापुर व अमेठी सहित करीब डेढ़ दर्जन से अधिक जिलो की इण्डेन गैस एजेन्सियो पर एलपीजी गैस सिलेन्डरो की आपूर्ति होती है। एजेन्सियो पर सिलेन्डर पहुंचाने के लिए करीब 300 ट्रक प्रति दिन सिलेन्डरो की उठान करते है।
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