लखनऊ। बहुजन समाज पार्टी सुप्रीमों मायावती ने प्रदेश की समाजवादी पार्टी सरकार पर लोकतान्त्रिक मर्यादाओं को ताक पर रखकर काम करने का आरोप लगाया है।
उन्होंने कहा कि सपा सरकार के मुखिया को अब यह पूरी तरह से एहसास हो चुका है कि इनकी पार्टी सत्ता में वापस आने वाली नहीं है, इसलिए बचे हुये लैपटॉप आदि को रेवड़ी की तरह अधिकतर सपा कार्यकर्ताओं को ही बांटने का अनैतिक काम किया जा रहा है।
मायावती ने मंगलवार को कहा कि इसी प्रकार सपा सरकार के मुखिया काफी मनमाने तौर पर हर कुछ अन्तराल के बाद असंख्य लोगों को पुरस्कार बांट कर लोगों की आंखों में धूल झोंकने वाला काम कर रहे हैं, लेकिन इसके बावजूद जनता अपने व प्रदेश के हित में खासकर
क़ानून-व्यवस्था की बदतर व बदहाल स्थिति को ही ध्यान में रखकर अपना वोट सही पार्टी को देगी, क्योंकि प्रदेश में हर स्तर पर व्याप्त अराजकता, गुण्डा व जंगलराज से समाज के हर धर्म व हर वर्ग के लोग पीडि़त व दुखी हैं।
बसपा मुखिया ने कहा कि प्रदेश की सपा सरकार द्वारा विधानसभा आमचुनाव से ठीक पहले बिना पूरी तैयारी के ही जल्दबाजी व आपाधापी में आये दिन किये जा रहे आधे-अधूरे व अधकच्चे कार्यों का उद्घाटन, लोकार्पण, घोषणा व शिलान्यास आदि करना जनता के हित से खिलवाड़ और उनके साथ विश्वासघात करने जैसा है।
उन्होंने कहा कि इस प्रकार लोगों की आंखों में धूल झोंकने से सपा को राजनीतिक व चुनावी फायदा कम व नुकसान ज्यादा ही होगा, क्योंकि जनता को यह सब छलावा पसन्द नहीं है।
मायावती ने कहा कि इसके अलावा, सपा के ही ग़लत नक्श-ए-कदम पर चलते हुये भाजपा के केन्द्रीय मंत्रियों को भी विधानसभा आमचुनाव से ठीक पहले यहां विभिन्न योजनाओं का शिलान्यास आदि करने की याद आयी है, जो कि वास्तव में लोगों की आंखों में धूल झोंकने के सिवाय कुछ भी नहीं है। बसपा ऐसी ग़लत सोच की कड़ी निन्दा करती है।