उन्नाव। नोटबंदी के बाद से देशभर में 500 और 1000 रुपये की चलन से बाहर हो चुके नोट कतरन से भरी बोरी बरामद हुए हैं।
इस बार न तो नोटों को जलाया गया और न ही गंगा में बहाया गया। इस बार नोटों की कतरन बोरी में मिली है।
कोतवाली क्षेत्र के बिल्हौर मार्ग पर जमुनिहा बंगर के पास पूर्व बिधायक मस्तराम की हिंदुस्तान पेट्रोलियम पम्प के पास स्थित रोड के किनारे खंती में एक हजार, पांच सौ के नोटों के छोटे-छोटे बारीक टुकड़ों से भरी एक बोरी दिखाई पड़ी।
इसे देखने के लिए सैकड़ों लोगों की भीड़ जुटने लगी। हालांकि, इन नोटों की अनुमानित कीमत का अंदाजा नहीं लग सका।
सूचना पर कोतवाली प्रभारी भूपेंद्र सिंह राठी ने तत्काल क्षेत्रीय सब इंस्पेक्टर शिवाकांत त्रिपाठी और पुलिस बल को भेजकर बोरी कब्जे में लेकर कोतवाली में मंगवाई।
पड़ोस में रहने वाले प्रत्यक्षदर्शी अनिल और विजय ने बताया कि वे सुबह टहलने के लिए निकले थे। लोगों का हुजूम लगा देखा तो वह पास में गए।
वहां का नजरा देखकर उनकी आंखें खुली रह गईं। नोटों को किसी मशीन में डालकर बारीक टुकड़े करके किसी तरह के भारी दबाव से गोलाकार और लंबे आकार में परिवर्तित किया गया था। ऐसा इसलिए किया गया था ताकि आसानी से पहचान न हो सके।
वहीं कोतवाली प्रभारी भूपेंद्र सिंह राठी ने बताया कि रिजर्व बैंक आॅफ इंडिया खराब हो चुके नोटों को नीलामी के जरिए दफ्ती आदि के कारोबारियों को सौंपता है। इसको प्रयोग बाद में दफ्ती बनाने में होता है। इस नोट की बोरी के बारे में आरबीआई को सूचित किया जा चुका है।
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