उज्जैन । शहर में शनिवार को मकर संक्रांति है। अगले दिन रविवार है। ऐसे में शहर का आसमान लगातार दो दिनों तक पतंगों से पटा रहेगा।
शुक्रवार को दिन में भी तेज शीतलहर के चलते मकानों की छतों पर पतंगबाजों की संख्या कम ही दिखी। रामघाट पर श्रद्धालु तीर्थ स्नान करेंगे और दान करेंगे। तिल का दान महत्वपूर्ण माना जाता है।
शनिवार को मकर संक्रांति पर्व के चलते रामघाट पर श्रद्धालु तीर्थ स्नान करने पहुंचेगे। शिप्रा के रामघाट पर श्रद्धालुओं को नर्मदा एवं शिप्रा के संगम का पूण्य लाभ मिलेगा। शीतलहर के बीच श्रद्धालुओं का जमावड़ा प्रात: नौ बजे के बाद ही रहेगा, यह संभावना है।
हालांकि बाहर से श्रद्धालुओं का उज्जैन आगमन प्रारंभ हो गया था। श्रद्धालु तीर्थ स्नान करेंगे और दान करेंगे। महाकाल मंदिर में भी भीड़ रहेगी। मकर संक्रांति पर शहर का आसमान पतंगों से पट जाएगा। सुबह से शाम तक पतंगबाज छतों पर चढ़े रहेंगे।
शुक्रवार को पतंग बाजार में भारी भीड़ उमड़ी। डोर एवं पतंगों की बिक्री जोरों पर रही। इधर बाजार में गुड़ एवं तिल्ली भी जमकर बिकी। हरे छोड़ का दान गायों को होगा, इसके चलते बाजार में हाथ ठेलों पर हरे छोड़ बेचने वाले भी सक्रिय हो गए थे। शास्त्रों में माना गया है कि मकर संक्रांति से दिन तिल-तिलकर बढ़ता है। इस क्रम में अब दिन बड़ा होगा और रातें छोटी होने लगेंगी।
ग्रामीण क्षेत्र में आनन्द उत्सव कल से
ग्रामीण क्षेत्र में आनन्द उत्सव का आयोजन 14 से 21 जनवरी तक होगा। जनपद पंचायतवार जिले में कुल 176 समूह बनाए गए हैं। एक समूह में तीन से चार ग्राम पंचायत रखी गई हैं।
समूह अन्तर्गत लोक संगीत, नृत्य, गायन, भजन-कीर्तन, नाटक एवं कबड्डी, खो-खो आदि खेलों का आयोजन होगा। जिला पंचायत सीईओ रूचिका चौहान ने आनन्द उत्सव के सम्बन्ध में बैठक लेकर अधिकारियों को निर्देश दिये। जानकारी दी गई कि आनन्द उत्सव के लिये 15-15 हजार रूपए की राशि आवंटित की गई है।