लखनऊ। यूं तो दीक्षांत समारोह की चर्चा मेडेलिस्ट को लेकर हुआ करती है लेकिन अस्मां हुसैन इंस्टिट्यूट ऑफ फैशन डिजाइनिंग में चर्चा का विषय फैशन था।
मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद राज्यपाल रामनाईक भी छात्रों के ड्रेसिंग व प्रेजेंटेशन की तारीफ किए बगैर खुद को रोक नहीं पाये। होटल क्लार्क अवध में हुए दीक्षांत समारोह में छह छात्राओं को मेडल दिए गये। वहीं नौ अन्य को विभिन्न श्रेणियों में सम्मानित किया गया।
अस्मां हुसैन इंस्टीट्यूट की निदेशक अस्मां हुसैन ने बताया कि मास्टर क्राफ्टमैनशिप की ट्रेनिंग दी जायेगी, जिसमें बच्चों से लेकर बूढ़ों को इसकी ट्रेनिंग दी जायेगी।
इसमें शिल्प कौशल का प्रशिक्षण दिया जायेगा। इस दौरान राज्यपाल रामनाईक ने कहा कि फैशन डिजाईिनंग महिलाओं को घर बैठे रोजगार उपलब्ध कराने तथा उनके सशक्तिकरण का अच्छा प्रयास है। फैशन डिजाईिनंग का देश में बहुत बड़ा मार्केट है।
फैशन डिजाईिनंग के माध्यम से महिलायें नौकरी ढूढने के बजाय दूसरों को जीविकोपार्जन उपलब्ध कराने का जरिया बन सकती हैं। रोजगार सृजन की दृष्टि से यह क्षेत्र महिलाओं के लिये एक अच्छी पहल है। खाली समय में महिलायें अपने हुनर से आय के स्रोत बढ़ा सकती हैं।
लखनऊ में चिकनकारी व जरदोजी का कार्य बढ़ रहा है। अच्छी ब्राडिंग और मार्केटिंग से इस व्यवसाय को और आगे बढ़ाया जा सकता है। प्रतिस्पर्धा के दौर में नये विचार के माध्यम से फैशन टेक्नोलॉजी को नया रूप दिया जा सकता है।
राज्यपाल ने कहा कि लोहड़ी के दिन पर शानदार कार्यक्रम में हिस्सा लेने का मौका मिला। जिनको डिप्लोमा प्राप्त हुआ है उनके लिए गर्व की बात है। फैशन डिजाइनिंग के छात्र और बाकी छात्रों के बीच का फर्क कैमरे के सामने उनकी स्माइल और प्रेजेंटेशन से ही पता चल जाता है।
उन्होंने कहा कि लड़कियों का दौर है, आजकल हर क्षेत्र में 60 से 65 प्रतिशत केवल लड़कियां होती हैं। फैशन केवल महिलाओं के लिए नहीं है बल्कि पुरुष भी काफी फैशनेबल हैं। उन्होंने कहा कि राष्ट्रभक्ति का असली मतलब है कि बेरोजगारों को रोजगार दिलाया जाये।
राज्यपाल ने कहा कि लखनऊ कला की राजधानी है। राज्यपाल ने समारोह में मौजूद युवाओं से अपने मताधिकार का इस्तेमाल करने की भी अपील की। उन्होंने कहा कि पिछले चुनावों में केवल 58 प्रतिशत लोगों ने ही वोट दिया।
40 प्रतिशत लोगों ने वोट ही नहीं दिया। उन्होंने युवाओं से कहा कि अपने वोट का इस्तेमाल करें ताकि अपनी पसंद की सरकार चुन सकें और अपने प्रदेश की तरक्की में हिस्सेदार बनें।
दीक्षांत समारोह में अमरीन सिद्दीकी को गोल्ड मेडल हुदा अफजाल को सिल्वर मेडल और मनीषा शर्मा ब्रॉन्ज मेडल से नवाजी गयी। जबकि रिजा फातिमा गोल्ड मेडल, उमामा फातिमा सिल्वर मेडल और सहर बानो ब्रॉन्ज मेडल से सम्मानित की गयी।