सुप्रीम कोर्ट के एक वरिष्ठ वकील ने बहस के दौरान एक ऐसे शब्द का इस्तेमाल कर लिया कि जज भड़क गए और माफी मांगने के बावजूद आगे बहस नहीं करने दी। मामला शुक्रवार का है जब सुप्रीम कोर्ट में क्रिकेट बोर्ड में बदलाव के लिए डाली गई एक याचिका पर सुनवाई हो रही थी। इस दौरान सीनियर वकील ने ‘ब्लडी’ शब्द का इस्तेमाल कर लिया।
फिर क्या था जस्टिल दीपक मिश्रा भड़क गए और आगे सुनवाई नहीं होने देने का कहा। वहां मौजूद जस्टिस डीवाई चंद्रचूड ने कहा कि ऐसी भाषा तो स्थानीय कोर्ट में भी कोई इस्तेमाल नहीं करता है।
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जस्टिस दीपक मिश्रा के मुताबिक ‘माफी शब्द इसलिए होता है ताकि लोग अगली बार कुछ भी बोलने से पहले सोचें। हम लोग आज आपको नहीं सुनेंगे।’