लखनऊ । भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्या ने कहा है कि अखिलेश राज में थाने हत्यारों, बलात्कारियों का पनाहगार बन गए हैं।
वर्तमान सरकार में न दलित सुरक्षित है, न पिछड़े और न ही आम नागरिक और महिलाएं। उन्होंने कहा कि रायबरेली जिले में छेड़छाड़ का विरोध करने पर महिला को गोली मार दी गई और बांदा जिले के जसपुरा में दलित किशोरी के साथ सामूहिक दुष्कर्म के बाद थाने से फरियादी को ही भगा दिया गया।
जसपुर के दलित परिवार की 16 साल की इस किशोरी को चार दिन पहले बदमाश उठा ले गए और कानपुर, हमीरपुर ले जाकर सामूहिक दुष्कर्म किया। पिता के साथ थाने पहुंची दलित किशोरी के जान की सुरक्षा के बजाय थाने की पुलिस ने भगा दिया।
श्री मौर्य ने आरोप लगाया कि पिछले पांच साल में एक लाख 30 हजार से ज्यादा महिलाओं के साथ अपराध की घटनाएं दर्ज की जा चुकी हैं। चार हजार से ज्यादा महिलाओं के साथ बलात्कार की घटनाएं हो चुकी हैं। बुलंदशहर में बदमाश सरेआम राष्ट्रीय राजमार्ग पर माँ-बेटी के साथ बलात्कार करते हैं।
पीड़िताओं के साथ खड़े होने के बजाय आजम खां जैसे अखिलेश के मंत्री पीडित महिला के दर्द का ही मजाक उड़ाते हैं। पुलिस फरियादियों को न्याय दिलाने के बजाय सपा नेताओं-मंत्रियों के दबाव में अपराधियों को पनाह देती है। बांदा की ताजा घटना से मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के झूठे दावों की असलियत सामने आ गई है।
श्री मौर्य ने कहा कि पूरे प्रदेश में महिलाओं की इज्जत और आम नागरिक की जान खतरे में है। राजधानी में पुलिस से मिलकर बदमाश व्यापारी की हत्या कर देते हैं। सपा नेता व मंत्री जमीनों पर कब्जा कर नागरिकों को धमकी देते हैं।
सपा सरकार में दलितों पर अत्याचार बढ़े हैं, लेकिन एनएचआरएम, अनाज और नोटबंदी के बाद पार्टी व अपने भाई के खाते में अरबों रुपए संदेहास्पद जमा करने वाली बसपा सुप्रीमो मायावती दलितों के लिए आवाज उठाने के बजाय अपनी व्यक्तिगत राजनीति चमकाने में लगी हैं।
भाजपा नारी के सम्मान के लिए एक हजार महिला अफसरों को तैनात कर 100 फास्ट ट्रैक अदालतों के जरिए गुंडों, बलात्कारियों और अपराधियों को संरक्षण देने वाले पुलिस कर्मियों को सजा दिलाएगी।
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