महेंद्रगढ़ । जम्मू-कश्मीर के बांदीपोरा जिले में मंगलवार सुरक्षा बलों के साथ भीषण मुठभेड़ में हरियाणा के महेंद्रगढ़ जिले के गांव बनिहाड़ी के मेजर सतीश दहिया शहीद हो गए थे।
गांववासी अपने लाल के अंतिम दर्शन का इंतजार कर रहे हैं। बताया जा रहा है कि मेजर सतीश दहिया का पार्थिव शरीर दिल्ली पहुंच गया है। जहां पीएम नरेंद्र मोदी ने श्रद्धांजलि दी।
वहीं सेनाध्यक्ष जनरल रावत ने भी शहीद मेजर सतीश को श्रद्धांजलि दी। अब यहां से शहीद मेजर का पार्थिव शरीर उनके पैतृक गांव बनिहाड़ी के लिए रवाना होगा।
मिली जानकारी के अनुसार मेजर सतीश 30 आर.आर के साथ अटैच थे। वे सात साल पहले सेना में शामिल हुए थे। मंगलवार को हुई इस गोलीबारी में मेजर सतीश दहिया को भी जान गंवानी पड़ी और सी.आर.पी.एफ के कमांडिंग अफसर जख्मी हो गए। जिसके चलते घायलों को श्रीनगर अस्पताल में लाया गया, जहां मेजर सतीश दहिया को मृत घोषित किया गया।
शहीद मेजर सतीश दहिया साल 2009 में सेना में भर्ती हुए थे। 6 जनवरी को 20 दिन छुट्टियां बिता कर घर से ड्यूटी पर गए थे। शहीद मेजर सतीश दहिया अपने पिता की इकलौती संतान थे। वे अपने पीछे पत्नी और एक ढाई साल की इकलौती बेटी व बुजुर्ग मां-बाप को छोड़ गए।
शहीद मेजर सतीश दहिया का एक साथी मेजर नवीन शहीद के गांव बनिहाड़ी में पंहुचा। मेजर नवीन ने मीडिया को बताया कि मेजर सतीश दहिया को तीन गोलियां लगी थी। जिसके कारण वे गंभीर रूप से घायल हो गए थे।
सेना की गाड़ी जब उनको बेस अस्पताल ले जाने के लिए चलने लगी तो स्थानीय लोगों ने सेना की गाड़ी पर पथराव करके उनका रास्ता रोके रखा। जिसके कारण ज्यादा खून निकलने की वजह से शाम 6:30 बजे तक वे शहीद हो गए थे।