लखनऊ। महिला के साथ बलात्कार करने के आरोपी मंत्री गायत्री प्रजापति और महिला की हत्या के आरोपी सपा विधायक अरुण वर्मा की गिरफ्तारी नहीं होने पर भाजपा ने सवाल उठाया है कि प्रदेश में कानून का राज खत्म हो गया है।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष केशव मौर्य ने कहा कि उच्चतम न्यायालय द्वारा आरोपी मंत्री पर प्राथमिकी दर्ज कर पीड़िता को न्याय दिलाने की कार्यवाही आगे बढ़ाने के सख्त निर्देश के बावजूद मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के निर्देश पर पुलिस कार्रवाई नहीं कर रही है।
मुख्यमंत्री अखिलेश खुद महिलाओं की इज्जत से खेलने वाले इन मंत्रियों व विधायकों के लिए घूम-घूम कर वोट मांग रहे हैं। यह सपा के मुख्यमंत्री अखिलेश की बेशर्मी की पराकाष्ठा है। प्रदेश की महिलाओं की आबरू खतरे में होने का इससे बड़ा प्रमाण नहीं हो सकता।
श्री मौर्य ने कहा कि प्रदेश की जनता सपा के मंत्रियों व नेताओं द्वारा महिलाओं की इज्जत से खिलवाड़ करने, थानों में फरियादियों की एफआईआर न लिखने, हर दिन 24 महिलाओं के बलात्कार की घटनाओं, व्यापारियों व आम नागरिकों की दिनदहाड़े हो रही हत्याओं से आतंकित है और अखिलेश सरकार पर से उसका भरोसा उठ चुका है।
तीनों चरणों के चुनाव में जनता का रूझान अपराध व भ्रष्टाचार के गठबंधन के नेता अखिलेश यादव व राहुल गांधी के साथ मुख्तार अंसारी जैसे खतरनाक अपराधी को अपनी पार्टी में शामिल करने बसपा सुप्रीमो मायावती के छल व धोखे को जवाब देने वाला है। भारी तादाद में मतदाताओं ने बाहर निकल कर सपा, बसपा के गुंडाराज व अराजकता के खिलाफ मतदान कर भाजपा की सरकार बनवाने की ओर आगे बढ़ गई है।
अखिलेश यादव द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के खिलाफ अपशब्द का प्रयोग करने पर आपत्ति जताते हुए श्री मौर्य ने कहा कि अपराधियों और भ्रष्टाचारियों के दम पर सरकार बनाने का ख्वाब देखने वाले अखिलेश यादव अपनी आसन्न हार देखकर मानसिक संतुलन खो बैठे हैं।
श्री मौर्य ने कहा कि अपराधियों, लुटेरों और डकैतों के संरक्षक मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से इससे ज्यादा और उम्मीद भी नहीं की जा सकती है। उन्होंने कहा कि वाराणसी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रयासों से बिजली पहुंच रही है, लेकिन अखिलेश यादव झूठ बोलकर उसका श्रेय लेने की कोशिश कर रहे हैं। जबकि हकीकत यह है कि राजधानी के आसपास के इलाकों सहित पूरा प्रदेश बिजली संकट से जूझ रहा है और गांवों के साथ शहर भी अंधेरे में डूबे हुए हैं।
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