लखनऊ। भारतीय जनता पार्टी विधायक दल का नेता चुने जाने के बाद योगी आदित्य नाथ ने अपनी छवि के विपरीत हिन्दुत्व की बात न करके सिर्फ और सिर्फ विकास की बात की।
नव निर्वाचित विधायकों को सम्बोधित करते हुए उन्होंने कहा कि हमारा पहला और अंतिम लक्ष्य प्रदेश को आगे बढ़ाना है। इसके लिए सबका साथ और सबका विकास के फार्मूले पर काम करना होगा।
अपने संक्षिप्त सम्बोधन में योगी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह को धन्यवाद देते हुए कहा कि उन्हें प्रधानमंत्री की योजना के तहत प्रदेश का विकास करना है।
कहा कि उन्हें जो दायित्व दिया गया है, उसे पूरा करने में वह कोई कोर कसर नहीं छोड़ेंगे। प्रदेश को विकास के पथ पर आगे बढ़ाने के लिए सभी वर्गों,सभी जातियों और सभी धर्मों को साथ लेकर चलना होगा।
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश बहुत बड़ा प्रदेश है। यहां सुचारु रूप से प्रशासन करने में कई प्रकार की दिक्कतें आ सकती हैं। इन चुनौतियों से अकेले की बजाय यदि कुछ लोगों के साथ मिल कर निपटा जाए तो अच्छे परिणाम आएंगे। इसके लिए मंच पर बैठे वरिष्ठ नेताओं से आग्रह है कि उन्हें दो सहयोगी उपलब्ध कराया जाए।
योगी के इस आग्रह को मानते हुए केंद्रीय पर्यवेक्षक वेंकैया नायडू ने केंद्रीय नेतृत्व से अनुमति लेकर केशव प्रसाद मौर्या और डा. दिनेश शर्मा के नामों की घोषणा कर दी।
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