चंडीगढ़। सैक्टर-17 के रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया में वीरवार को पुराने नोट जमा करने को लेकर प्रवासी भारतीय लोगों को निराश लौटना पड़ा। इसमें पंजाब और हरियाणा के विभिन्न जिलों के एनआरआई लोग शामिल थे। बैक ने नोट लेने की साफ मनाही की गई है।
एनआरआई को बैंक ने दिल्ली,चेन्नई,नागपुर,कोलकाता और मुम्बई के रिजर्व बैंक की शाखाओं में नोट बदलने की सलाह दी जा रही है। इसके बावजूद भी लोग मानने को तैयार नहीं हैं।
नई दिल्ली के एयरपोर्ट अथारिटी एन.आर.आई. को फार्म भरकर हस्ताक्षर करके देते समय आर.बी.आई. के नामों को नहीं बता रहा है जिस कारण जम्मू कश्मीर,पंजाब,हरियाण,हिमाचल प्रदेश और चंडीगढ के एन.आर.आई. को परेशानी को सामना करना पड़ रहा है।
आरबीआई ने बाहर गाइडलाइन की कापी भी चिपकाई गई है। जनवरी से अभी तक 3 लाख के करीब एन.आर.आई. पुरानी करंसी को बदलवाने के लिए आर.बी. आई. में पहुंच चुका है लेकिन सभी को निराश होकर लौटना पड़ रहा है।
आरबीआई ने एन.आर.आई. के लिए दिल्ली,चेन्नई, नागपुर, कोलकाता और मुम्बई में करंसी बदलने के लिए 30 अप्रैल तक समय बढ़ा दिया है। सैक्टर-45 निवासी सुमित कुमार बैंक में 50 हजार के पुराने नोट बदलने के पहुंचे थे।
बैंक ने उन्हें नई दिल्ली की आर.बी.आई. की शाखा में कैश जमा करने की सलाह दी गई। उनका कहना था कि सिस्टम खराब है जिस कारण उन्हे अपने कैश के लिए परेशानी हो रही है। उन्होने ने बताया कि दिल्ली आर.बी.आई में सिर्फ 25 हजार तक नोट ही बदलने जा रहे हैं।
सैक्टर-21 निवासी डिंपल खोसला ने बताया कि पुराने नोट जमा करने के लिए सुबह से बैंक के बाहर खड़ी थी। लेकिन यहां आने पर बैंक ने कैश बदलने से साफ मना कर दिया।
लुधियाना से आए सरिंद्र कौर ने बताया कि एयरपोर्ट पर फार्म भरने के बाद आर.बी.आई. की शाखाओं में कैश बदलने को कहा गया जब लुधियान से चंडीगढ आरबीआई आए तो यहां आकर पता चला की सिर्फ देश के पांच शहरों की आर.बी.आई. शाखाओं में ही कैश बदला जा रहा है।
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