नई दिल्ली। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष शरद पवार ने इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन को लेकर उठे विवाद के सिलसिले में चुनाव आयोग की कार्यपद्धति पर किसी भी प्रकार की टिप्पणी करने से इन्कार करते हुए कहा है कि इस प्रणाली के जरिये मतदान में गड़बड़यिों की जो आशंका व्यक्त की जा रही है उसे दूर किया जाना जरूरी है।
पवार ने आज दिल्ली के तीनों निगमों के 23 अप्रैल को होने वाले चुनाव के लिये पार्टी का घोषणा पत्र जारी करते हुए कहा कि ईवीएम पर वह आयोग के खिलाफ कुछ भी नहीं कहेंगे लेकिन जो आशंकाएं उठी हैं,उनका निराकरण किया जाना चाहिए। इस मौके पर पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव और दिल्ली के प्रभारी तारिक अनवर , महासचिव प्रफुल्ल पटेल, पार्टी के दिल्ली अध्यक्ष रमेश गुप्ता सांसद सुप्रिया सुले और अन्य नेता मौजूद थे।
पटेल ने कहा कि ईवीएम तकनीक 1980 के दशक की है और इसमें परिवर्तन की जरूरत है। प्रगतिशील देशों में ईवीएम से मतदान की परंपरा को बंद कर दिया गया है। यह पूछे जाने पर कि क्या वह मतदान पत्रों से चुनाव कराने का समर्थन करते है, पटेल ने कहा कि मतपत्रों से चुनाव होना चाहिए। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के चुनाव आयोग को धृतराष्ट्र Þए बताए जाने के संबंध में पवार ने कहा कि उनके बयान को वह गंभीरता से नहीं लेते।