कर्नाटक में जारी सियासी संकट को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने बृहस्पतिवार को केंद्र सरकार और भाजपा पर जमकर हमला बोला था। उन्होंने कहा था कि आज देश में भय का माहौल है और संविधान गंभीर खतरे में है।
दो दिन के छत्तीसगढ़ दौरे पर पहुंचे राहुल ने सुप्रीम कोर्ट के चार वरिष्ठ जजों की प्रेस कॉन्फ्रेंस का जिक्र करते हुए कहा कि न्यायपालिका को दबाया और धमकाया जा रहा है। 70 साल में पहली बार चार जजों को सामने आकर कहना पड़ा कि हमें आपकी जरूरत है। हमें धमकाया जा रहा है। हम अपना काम नहीं कर पा रहे हैं। यह पहली बार किसी लोकतांत्रिक देश में हुआ है। तानाशाही वाले देशों में जरूर होता है। पाकिस्तान में होता है, अफ्रीका के अलग-अलग देशों में होता है। कभी कोई जनरल आ जाता है और प्रेस, कोर्ट को दबा देता है लेकिन हिंदुस्तान में यह पहली बार हुआ है।
कांग्रेस अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि कर्नाटक में विधायक एक तरफ हैं और राज्यपाल दूसरी ओर। सभी को पता है कि क्या करने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने जद-एस नेता एचडी कुमारस्वामी के विधायकों को भाजपा द्वारा दिए जा रहे 100 करोड़ और मंत्री पद के प्रस्ताव की भी बात कही। राहुल ने कहा कि भाजपा भ्रष्टाचार पर बात करना चाहती है तो उसे राफेल विमान समझौता, भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के बेटे और केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल की कंपनी के बारे में भी बात करनी चाहिए लेकिन वह इस पर चुप्पी साधे रखती है।