दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने शनिवार को कहा है कि जल्द ही सरकारी अस्पतालों में सुबह और शाम की ओपीडी सेवा मरीजों को मिलेगी। उनका कहना है कि दिल्ली सरकार ने आने वाले दिनों में 12 घंटे की ओपीडी सेवा देने का फैसला किया। ताकि मरीजों को सुबह से लाइन में नहीं लगना पड़े।
स्वास्थ्य विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि सभी अस्पतालों में ओपीडी सेवा को दो पाली में किया जाएगा। डॉक्टरों की ड्यूटी भी पाली के अनुसार ही तय की जाएगी। फिलहाल सरकार ने सभी अस्पतालों से रिपोर्ट लेकर इस पर मंत्रणा शुरू कर दी है।
हालांकि कहा जा रहा है कि अन्य योजनाओं की भांति इस पर भी सरकार और उपराज्यपाल के बीच बहस छिड़ सकती है। क्योंकि दिल्ली सरकार के अस्पतालों में सेवाएं दे रहे रेजीडेंट डॉक्टरों को ये फैसला कतई बर्दाश्त नहीं होगा।
छह अस्पतालों में ठेके पर होंगी फार्मेसी
उधर, मंत्री जैन ने बताया कि हर अस्पताल में अलग ओपीडी ब्लॉक का निर्माण किया जाएगा। लोक निर्माण विभाग से इस बारे में चर्चा हो चुकी है। अलग ब्लॉक होने से अस्पताल में भर्ती मरीजों को भीड़ का सामना नहीं करना पड़ेगा।
छह अस्पतालों में ठेके पर होंगी फार्मेसी
स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने बताया कि अस्पतालों में मरीजों को शत प्रतिशत दवाएं देने के लिए सरकार ने सेवानिवृत्त फार्मासिस्ट तैनात करने की योजना बनाई थी। लेकिन अब वह फेल हो चुकी है। जल्द ही छह बड़े अस्पताल लोकनायक, जीटीबी, जीबी पंत, आईएलबीएस, डीडीयू और अंबेडकर अस्पताल की फार्मेसी को आउटसोर्स करने जा रही है।
अस्पताल अपने स्तर पर टेंडर जारी करेंगे। इसमें दवाएं तो सरकार की होंगी लेकिन फार्मासिस्ट से लेकर स्टोर कीपर और हाउस कीपिंग स्टाफ निजी कंपनी का होगा। दावा है कि तीन महीनों में यह प्रक्रिया पूरी हो जाएगी।