रेवेन्यू के मामले में भारत की दूसरी सबसे बड़ी टेलिकॉम कंपनी रिलायंस जियो अपनी स्थिति को और मजबूत करने के लिए टेलिकॉम इंडस्ट्री के अन्य क्षेत्रों में भी पैर पसार रही है। अगर भविष्य में विस्तार की बात की जाए तो क्रिप्टोकरंसी और IoT (इंटरनेट ऑफ थिंग्स) से लेकर 5जी नेटवर्क के लॉन्च तक कंपनी के पास कई प्लान्स हैं।
भविष्य की सर्विसेज पर काम करने के लिए जियो ने हाल ही में अमेरिका की टेलिकॉम सॉफ्टवेयर कंपनी Radisys को खरीदा है। अगर अनुमान लगाया जाए तो साल 2020 तक भारत में IoT के लिए 9 बिलियन डॉलर की आवश्यकता होगी।
कैसे बदल रही हैं टेलिकॉम सर्विसेज?
पिछले कुछ वर्षों में डाटा की कीमतों में 90 फीसद की गिरावट आई है। जबकि वॉयस टैरिफ्स में 60 फीसद की। वहीं, साल दर साल ग्रॉस रेवन्यू में 8 फीसद की कमी आई है जिससे रेवन्यू 2017 में 2.6 लाख करोड़ रह गया है। अधिक डाटा और अन्य सर्विसेज के साथ टेलिकॉम इंडस्ट्री में बड़ा बदलाव देखने को मिल रहा है। टेलिकॉम सर्विसेज से फोकस शिफ्ट होकर अब नई टेक्नोलॉजीज पर जा रहा है। टेलिकॉम कंपनियों ने IoT, आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस और मशीन-टू-मशीन जैसे तकनीकों पर काम शुरू भी कर दिया है।
भारत में हो रहा IoT ईकोसिस्टम का विस्तार:
भारत में IoT में 31 गुना बढ़ोतरी होने की उम्मीद है। साथ ही वर्ष 2020 तक यह 0.06 बिलियन से 1.9 बिलियन ग्रोथ कर सकता है। वहीं, रेवन्यू के मामले में 700 फीसद की बढ़ोतरी होने की संभावना है जिससे रेवन्यू 1.3 डॉलर बिलियन से 9 डॉलर बिलियन पहुंच सकता है। वहीं, भारत सरकार IoT इंडस्ट्री को साल 2020 तक 15 बिलियन डॉलर पहुंचाने पर काम कर रही है।
रिलायंस जियो 5जी नेटवर्क:
कंपनी भारत में सबसे पहले 5जी नेटवर्क का विस्तार करना चाहती है। कंपनी ने अपनी आने वाली 5जी डेवलपमेंट तकनीकों पर काम करना शुरू भी कर दिया है। 5G टेक्नोलॉजी और IoT जियो को मार्केट में पैर पसारने में मदद करेंगी। कंपनी ने एक IoT नेटवर्क भी तैयार किया है जो कुछ शरहों में कर्मशियली एक्टिव है।
एयरटेल, वोडाफोन और बीएसएनएल भी हैं रेस में:
रिलयांस जियो के अलावा प्रतिद्विंदी टेलिकॉम कंपनियां भी 5जी नेटवर्क लॉन्च करने की रेस में हैं। BSNL 5जी नेटवर्क को ग्लोबली लॉन्च करने का प्लान कर रही है। वहीं, एयरटेल और वोडाफोन भारत में पहले से ही IoT सर्विसेज उपलब्ध करा रही हैं। एयरटेल जल्द ही IoT का विस्तार करने के लिए अमेरिका आधारित वेरिजॉन से पार्टनरशिप कर सकता है। कंपनी ने अपने IoT प्रोजेक्टस को मानेसर में शुरू किया है। वहीं, बेंग्लुरू में IoT सेंटर की स्थापना की है।