फोर्टिस हेल्थकेयर लिमिटेड (एफएचएल) का निदेशक बोर्ड कंपनी में हुए कथित घोटाले को घोटाला मानने के मामले में असमंजस में है। यह बात कंपनी के स्वतंत्र ऑडिटर डेलॉय हेस्किंस एंड सेल्स एलएलपी ने शनिवार को अपनी रिपोर्ट में कही है। ऑडिटर का कहना है कि एफएचएल का बोर्ड फिलहाल यह तय नहीं कर पा रहा है कि कंपनी ने जिस मामले की जांच बाहरी जांच एजेंसी से कराई है, उसमें घोटाला हुआ है या नहीं।
घोटाले को लेकर फोर्टिस बोर्ड में असमंजस की स्थिति: ऑडिटर
इससे पहले फोर्टिस ने कहा था कि पूंजी बाजार नियामक सेबी ने पूर्व प्रमोटर बंधुओं को दिए कर्ज के मामले की फॉरेंसिक ऑडिट का आदेश दिया है। इस आदेश का पालन करते हुए कंपनी ने मालविंदर सिंह और शिविंदर सिंह को दिए कर्ज की जांच एक स्वतंत्र एजेंसी से कराई। कंपनी ने पिछले महीने कहा था कि एजेंसी ने जांच रिपोर्ट सौंप दी है, जिसमें कहा गया है कि तीन कंपनियों को दिए कर्ज में कई खामियां रहीं। कंपनी ने यह भी कहा था कि वह तीनों कंपनियों से कर्ज वसूली के लिए कानूनी कदम उठाने के विकल्पों पर विचार कर रही है।