सीएम शिवराज सिंह चौहान रविवार सुबह पत्रकार कल्पेश याग्निक के निवास पर पहुंचे, उन्होंने परिजनों भेंट कर शोक संवेदनाएं व्यक्त की। सीएम ने कहा कि कल्पेश जी की असामयिक मौत के लिए जिम्मेदार को बख्शा नहीं जाएगा। जो पत्र उन्होंने एडीजी अजय शर्मा को सौंपा था उसे अनदेखा नहीं किया जाएगा।
प्राप्त जानकारी के अनुसार कल्पेश याग्निक को महिला पत्रकार झूठे केस में फंसाने की धमकी दे रही थी। उन्होंने आत्महत्या से पांच दिन पूर्व एडीजी को इसकी लिखित सूचना दी थी। एडीजी अजयकुमार शर्मा ने बताया कि याग्निक करीब 5 दिन पूर्व उनसे मिलने आए थे। उन्होंने एक लिफाफा सौंपा और बताया कि संस्थान द्वारा नौकरी से हटाने पर एक महिला पत्रकार दोबारा नौकरी लगाने का दबाव बना रही है। वह उन्हें किसी भी केस में फंसाने की धमकी भी दे रही है। अगर वह उनके खिलाफ शिकायत करे तो एक बार उनका पक्ष जरूर सुना जाए। एडीजी ने यह पत्र डीआईजी को भेज दिया था।
डीआईजी हरिनारायणचारी मिश्र ने बताया कि याग्निक ने कार्रवाई की मांग नहीं की थी। वे केस दर्ज कराने की आशंका पर सिर्फ सूचना दर्ज करवाने आए थे।