मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने जनआशीर्वाद यात्रा के दौरान कांग्रेस पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि मैं कांग्रेस के मित्रों से कहना चाहता हूं कि चिट्ठियों से भगवान महाकाल प्रसन्न नहीं होते। सेवा, साधना और पूजा-अर्चना करो, तभी महाकाल प्रसन्न होंगे। कांग्रेस के मित्र मेरा विरोध करते हैं, लेकिन इससे बात बनने वाली नहीं है। हम समृद्ध मध्य प्रदेश का लक्ष्य लेकर एक बार फिर जनता के बीच जा रहे हैं। इस बार भी मेरे ही नेतृत्व में सरकार बनेगी।
बता दें कि यह बात मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ द्वारा जनआशीर्वाद यात्रा के विरोध में भगवान महाकाल को भिजवाई गई चिट्ठी के संदर्भ में कही। वह रविवार को इंदौर में मीडिया से मुखातिब थे।
भाजपा की जनआशीर्वाद यात्रा में बड़नगर रवाना होने से पहले सीएम ने कहा कि कांग्रेस के राज में एक बार दुष्कर्म पर 30 हजार और दोबारा दुष्कर्म पर 50 हजार रुपये की मदद दी जाती थी। हमने मासूम से दुष्कर्म करने वाले दरिंदे को फांसी पर लटकाने का कानून बनाया। यह कानून सबसे पहले मध्य प्रदेश में बनाया गया। मैं प्रधानमंत्री को धन्यवाद देता हूं कि उन्होंने राज्य की इस पहल को स्वीकार करते हुए पूरे देश में इस कानून को लागू कराया।
कर्जदार मध्य प्रदेश और महंगे रथ पर यात्रा निकालने के कांग्रेस के तंज पर मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस के मेरे नादान मित्र ये नहीं जानते कि कोई भी प्रदेश अपनी जीडीपी का 3.5 प्रतिशत तक कर्ज ले सकता है। मध्य प्रदेश पर अभी जो कर्ज है वह इस सीमा के अंदर ही है। हमारा वित्तीय प्रबंधन अच्छा है इसलिए हमें अधिक पैसा मिलता है। इससे हम विकास कर रहे हैं। कर्ज लेकर विकास करना तो पूरी दुनिया में आदर्श व्यवस्था मानी जाती है।