राज्यसभा में सत्तापक्ष के नेता अरुण जेटली को एक बार फिर वित्त मंत्रालय की जिम्मेदारी मिल गई है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सलाह पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने अरुण जेटली को वित्त मंत्रालय और कॉर्पोरेट अफेयर्स मंत्रालय की जिम्मेदारी सौंपी है. उन्होंने गुरुवार को कार्यभार भी संभाल लिया.
इस दौरान वह ज्यादा किसी से बातचीत नहीं कर रहे थे. इतना ही नहीं जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनसे हाथ मिलाने की कोशिश की थी, तब उन्होंने हाथ नहीं मिलाया था. डॉक्टरों ने कुछ समय के लिए उन्हें किसी को अधिक ना छूने की सलाह दी थी, जिससे इन्फेक्शन ना फैले.
हालांकि पिछले तीन महीने के विश्राम के दौरान जेटली ने आर्थिक, रक्षा, सामाजिक न्याय व कानून संबंधी मुद्दों पर ब्लॉग के जरिए अपनी सक्रियता जारी रखी. वहीं वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए जेटली कई समूहों से लगातार संपर्क स्थापित करते रहे.