टीम इंडिया को रविवार को इंग्लैंड के हाथों चौथे टेस्ट में 60 रन की शिकस्त झेलनी पड़ी। इसी के साथ पांच मैचों की सीरीज में विराट सेना 1-3 से पिछड़ी और उसने सीरीज भी गंवाई। 245 रन का पीछा करते हुए दूसरी पारी में टीम इंडिया 184 रन पर सिमट गई।
भारतीय टीम देश के बाहर तीसरी बार 200 से अधिक रन का पीछा सफलतापूर्वक नहीं कर सकी। टीम इंडिया की हार का सबसे बड़ा कारण उसका शीर्षक्रम रहा क्योंकि 22 रन के स्कोर पर उसके तीन विकेट गिर चुके थे। केएल राहुल तो खाता खोले बिना पवेलियन लौटे जबकि शिखर धवन 17 रन की पारी ही खेल सके।
चौथे टेस्ट की पहली पारी में शतक जमाने वाले चेतेश्वर पुजारा दूसरी पारी में सिर्फ 5 रन बनाकर पवेलियन लौट गए। हालांकि, यह पहला मौका नहीं है जब भारतीय टीम का शीर्षक्रम टेस्ट मैच में लक्ष्य का पीछा करते समय अच्छी शुरुआत देने में असफल रहा हो।
टीम इंडिया का रिकॉर्ड चौथी पारी में लक्ष्य का पीछा करते समय खराब रहा है। अगर कोई पिछली तीन हार का हिसाब लगाए तो पाएगा कि टीम इंडिया की लूटिया उसके शीर्षक्रम ने ही डूबाई है।
टीम इंडिया बनाम इंग्लैंड – बर्मिंघम
टीम इंडिया मौजूदा सीरीज के पहले टेस्ट में 194 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी थी। दूसरी पारी में मुरली विजय और शिखर धवन क्रमश: 6 व 13 रन बनाकर आउट हुए। तीसरे क्रम पर आए केएल राहुल सिर्फ 13 रन बनाकर पवेलियन लौट गए। टीम इंडिया के शीर्ष तीन बल्लेबाज 32 रन जोड़ सके। टीम इंडिया को इस मैच में 31 रन की शिकस्त झेलनी पड़ी।
टीम इंडिया बनाम दक्षिण अफ्रीका – सेंचुरियन
दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ दूसरे टेस्ट में टीम इंडिया 287 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी थी। टीम इंडिया के शीर्ष तीन बल्लेबाजों ने एक बार फिर निराश किया और सस्ते में आउट होकर पवेलियन लौट गए। मुरली विजय सिर्फ 9 रन बनाकर आउट हुए। केलए राहुल ने 4 रन बनाए जबकि पुजारा केवल 19 रन बनाकर आउट हुए। टीम इंडिया यह मैच 135 रन से हारी और सीरीज में 0-2 से पिछड़ गई।
टीम इंडिया बनाम दक्षिण अफ्रीका – केपटाउन
दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ तीन मैचों की सीरीज के पहले टेस्ट में टीम इंडिया को मुश्किल पिच पर 208 रन की दरकार थी। विराट ब्रिगेड को अच्छी शुरुआत चाहिए थी ताकि वह सीरीज में बढ़त बना ले। मगर कप्तान विराट कोहली के लिए एक बार फिर शीर्ष के तीन बल्लेबाज विलेन साबित हुए। मुरली विजय 13 और शिखर धवन 16 रन बनाकर पवेलियन लौटे। तीसरे नंबर पर आए चेतेश्वर पुजारा 4 रन ही बना सके। टीम इंडिया केवल 135 रन पर सिमटी और 72 रन के विशाल अंतर से मैच गंवा बैठी।