नई दिल्ली : कहते हैं कि कोई भी शख्स कामयाबी तभी हासिल कर पाता है जब उसके पास सही मार्गदर्शन देने वाला गुरु हो। खेल जगत में खिलाड़ियों को शिखर पर पहुंचाने और खेल जगत में अपने दिये गये योगदान के लिए ऐसे गुरु को द्रोणाचार्य अवॉर्ड से सम्मानित किया जाता है।
इस बार भी एक ऐसे गुरु को द्रोणाचार्य अवॉर्ड के लिए चुना गया है जिन्होंने भारतीय क्रिकेट में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया है। भारतीय क्रिकेट टीम के कई दिग्गज खिलाड़ियों को क्रिकेट की आधारभूत शिक्षा देने वाले तारक सिन्हा को इस सम्मान के लिए चुना गया है। तारक सिन्हा ने मनोज प्रभाकर, शिखर धवन और आशीष नेहरा जैसे क्रिकेटर्स के हुनर को तरासा और उन्हें और काबिल बनाया।
दरअसल, द्रोणाचार्य अवॉर्ड के लिए तारक सिन्हा समेत 6 और लोगों के नाम को आग बढ़ाया गया था लेकिन इस अवार्ड को आखिरकार तारक सिन्हा को दिये जाने का निर्णय लिया गया। खबरों की माने तो तारक सिन्हां के अलावा क्लेरेंस लोबो (हॉकी), विजय शर्मा (वेटलिफ्टिंग), श्रीनिवास राव (टेबल टेनिस), सीए कटप्पा (बॉक्सिंग) और जीवन शर्मा (जूडो) के नाम की सिफारिश की गयी थी।
इसके साथ ही ध्यानचंद लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड के लिए 4 लोगों के नाम को आगे बढ़ाया गया था। जिसकी सिफारिश रिटायर्ड जस्टिस मुकुल मुदगल की अध्यक्षता वाली कमेटी ने की है। ध्यानचंद लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड इस बार भरत छेत्री (हॉकी), बॉबी एलॉयसिस (एथलेटिक्स), सत्यदेव (तीरंदाजी) और दादू चौगुले (कुश्ती) को दिया जाएगा।
आपको जानकारी दे दें कि द्रोणाचार्य अवॉर्ड अब तक 5 और ध्यानचंद अवॉर्ड 3 जाते रहे हैं लेकिन इस बार 1-1 नाम से ज्यादा लोगों की सिफारिश की गयी है।
तारक सिन्हा के बारे में जानें
तारक सिन्हा पिछले 4 दशक से क्रिकेट की ट्रेनिंग दे रहे हैं। तारक सिन्हा दिल्ली में सोनेट क्लब के जरिए ये प्रशिक्षण दे रहे हैं। आपको बता दें कि इस क्लब को दिल्ली में क्रिकेट की नर्सी के तौर पर भी जाना ताजा है। लोग दिल्ली में तारक सिन्हा को ‘उस्ताद जी’ कह कर बुलाते हैं।