पूर्व मुख्यमंत्री और सपा मुखिया अखिलेश यादव की साइकिल चलाते हुए तस्वीर सामने आई है, जिसे देखकर समाजवादी सेक्युलर मोर्चा के मंडल अध्यक्ष डॉ. रक्षपाल सिंह ने उनकी तुलना एक फेरी वाले से कर दी है. ये बात उन्होंने गुरुवार को एक होटल में पत्रकारों से बातचीत में कही है कि साइकिल चलाने से कोई समाजवादी नहीं बन जाता क्योंकि साइकिल तो फेरीवाले भी चलते हैं. 
इस बातचीत में डॉ सिंह ने पार्टी छोड़ने का कारण भी बताया है. उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी अपने सिद्धांत से भटक चुकी है जिसके कारण उन्होंने ये पार्टी छोड़ी थी. इतना ही नहीं उन्होंने ये भी कहा कि यहां पर उन कार्यकर्ताओं की पूछ नहीं है जो पार्टी के लिए कड़ा संघर्ष करते हैं. इसके अलावा उनका दावा है कि मोर्चा के संस्थापक अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव कभी भी भाजपा से हाथ नहीं मिला सकते.
आगे बातचीत बढ़ाते हुए डॉ सिंह ने कहा है कि अखिलेश यादव ने पार्टी के लिए कभी संघर्ष नहीं किया बल्कि उन्हें मुख्यमंत्री का सिंहासन बिना किसी मेहनत के सजाकर दे दिया गया है. अपने विचारों को रखते हुए उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव के एक दिन साइकिल चलाने से लोहिया जी के विचारों को न समझ सकते हैं और ना ही समझा सकते हैं. फेरीवाले से तुलना में उन्होंने कहा कि फेरीवाला भी 365 दिन साइकिल चलाता है लेकिन इसका अर्थ ये नहीं कि वह लोहिया जी के विचारों बखूबी समझता है.
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