कप्तान हनुमा विहारी की 95 रनों की पारी आंध्र प्रदेश को जीत नहीं दिला पाई और हैदराबाद ने उसे सोमवार को 14 रनों से मात देकर विजय हजारे ट्रॉफी के सेमीफाइनल में जगह बना ली है. जस्ट क्रिकेट अकादमी मैदान पर खेले गए इस क्वार्टर फाइनल मैच में हैदराबाद ने पहले बल्लेबाजी करते हुए बवांका संदीप (96) की पारी के दम पर निर्धारित 50 ओवरों में आठ विकेट के नुकसान पर 281 रन बनाए थे. आंध्र प्रदेश की टीम पूरे ओवर खेलने के बाद भी नौ विकेट खोकर 267 रन बना सकी.
लक्ष्य का पीछा करने उतरी आंध्र प्रदेश को सधी हुई शुरुआत मिली. 33 के कुल स्कोर पर श्रीकर भरत (12) को मोहम्मद सिराज ने आउट पर आंध्र प्रदेश को पहला झटका दिया. यहां विहारी ने कदम रखा और बाकी बल्लेबाजों के साथ मिलकर टीम का स्कोरबोर्ड चलाते रहे. विहारी जब अपने शतक से पांच रन दूर थे तभी सिराज ने उन्हें बोल्ड कर आंध्र प्रदेश को बड़ा झटका दिया. उन्होंने अपनी पारी में 99 गेंदों का सामना करते हुए आठ चौकों के अलावा चार छक्के लगाए. विहारी के जाने से पहले आंध्र प्रदेश ने अश्विन हेबर (38), रिकी भुई (52) के विकेट खो दिए थे.
विहारी के जाने के बाद आंध्र प्रदेश के बल्लेबाज लगातार विकेट खोने के कारण लक्ष्य तक नहीं पहुंच पाए. हैदराबाद के लिए सिराज ने सबसे ज्यादा तीन विकेट अपने नाम किए. रवि किरण को दो सफलताएं मिलीं. इससे पहले, टॉस हारकर बल्लेबाजी करने उतरी हैदराबाद के सभी बल्लेबाजों ने अच्छा योगदान देते हुए टीम को सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाया. संदीप ने सबसे ज्यादा रन बनाए जिसके लिए उन्होंने 97 गेंदों का सामना किया और सात चौकों के अलावा एक छक्का लगाया. उनके अलावा हालांकि कोई और बल्लेबाज बड़ी पारी नहीं खेल सका. सलामी बल्लेबाज तन्मय अग्रवाल ने 31, कप्तान अंबाती रायडू ने 28, कोली सुमंथ ने 27 रनों का योगदान दिया. आंध्र प्रदेश के लिए बंदारू अय्याप्पा, गिनथ रेड्डी और यारा पृथ्वीराज ने दो-दो सफलताएं हासिल कीं.
बारिश ने दिया साथ, सेमीफाइनल में झारखंड
बारिश की दखल ने झारखंड के लिए विजय हजारे ट्रॉफी में खेले गए मैच में अहम भूमिका निभाई और उसे सेमीफाइनल की राह दिखाई. एम. चिन्नास्वामी स्टेडियम में खेले गए क्वार्टर फाइनल मैच में बारिश के बाद लगी वीजेडी प्रणाली के माध्यम से झारखंड ने महाराष्ट्र को आठ विकेट से हरा दिया. टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी महाराष्ट्र ने 42.2 ओवरों में 181 रनों का स्कोर खड़ा किया. इस मैच में बारिश ने दो बार खलल डाली और ऐसे में झारखंड को पहले 47 ओवरों में 174 रनों का स्कोर हासिल करने का लक्ष्य मिला था.
हालांकि, दूसरी बार बारिश ने दखल दी. इसके बाद झारखंड को 34 ओवरों में 127 रनों का लक्ष्य मिला, जिसे टीम ने 32.2 ओवरों में दो विकेट के नुकसान पर हासिल कर लिया. रोहित मोटवानी की 52 रनों की अर्धशतकीय पारी के दम पर महाराष्ट्र ने 181 रनों का स्कोर खड़ा किया. इसमें कप्तान राहुल त्रिपाठी की 47 रनों की पारी ने भी अहम भूमिका निभाई. झारखंड के लिए इस पारी में अनुकूल रॉय ने सबसे अधिक तीन विकेट लिए, वहीं राहुल शुक्ला को तीन सफलताएं मिली. इसके अलावा, वरुण एरॉन ने दो और शाहबाज नदीम ने एक विकेट हासिल किया.
इसके बाद, झारखंड ने शाहशीम संजय राठौड की नाबाद अर्धशतकीय पारी और कप्तान इशान किशन (28) तथा सौरभ तिवारी (नाबाद 29) की अच्छी बल्लेबाजी के दम पर वीजेडी प्रणाली से मिले 127 रनों के लक्ष्य को हासिल कर सेमीफाइनल में प्रवेश किया. इस पारी में महाराष्ट्र के लिए श्रीकांत मुंधे और समाद फलाह ने एक-एक विकेट लिए.
गौतम गंभीर ने दिल्ली को सेमीफाइनल में पहुंचाया
कुलवंत खेजरोलिया (31/6) के बाद कप्तान गौतम गंभीर (104) के बेहतरीन शतक की मदद से दिल्ली ने रविवार को हरियाणा को पांच विकेट से हराकर विजय हजारे ट्रॉफी क्रिकेट टूर्नामेंट के सेमीफाइनल में प्रवेश कर लिया. हरियाणा ने यहां एम चिन्नास्वामी स्टेडियम में टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए चैतन्य बिश्नोई (85) और प्रमोद चंडीला (59) के अर्धशतकों के दम पर 49.1 ओवर में 229 रन का स्कोर बनाया. बिश्ननोई ने 117 गेंदों पर छह चौके और दो छक्के लगाए जबकि चंडीला ने 88 गेंदों पर तीन चौके और एक छक्का लगाया. दिल्ली के लिए खेजरोलिया ने 31 रन देकर सर्वाधिक छह विकेट लिए. उनके अलावा नवदीप सैनी को तीन और ललति यादव को एक विकेट मिले.
हरियाणा से मिले 230 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी दिल्ली को गंभीर और उन्मुक्त चंद (15) ने पहले विकेट के लिए 5.6 ओवर में 54 रन की मबजूत साझेदारी दी. इसके बाद उनमुक्त 16 गेंदों पर दो चौके लगाकर आउट हो गए. उन्मुक्त के आउट होने के बाद गंभीर ने ध्रुव शौरी (50) के साथ दूसरे विकेट के लिए 118 रन की साझेदारी की. गंभीर के आउट होने के बाद दिल्ली ने 39.2 ओवर में पांच विकेट खोकर मैच जीत लिया.
गंभीर ने 72 गेंदों पर 16 चौके लगाए और अपने 37वें जन्मदिन पर बेहतरीन शतकीय पारी खेली. उनके अलावा शौरी ने 85 गेंदों पर छह चौक जड़े. नीतीश राणा ने 28 गेंदों पर तीन चौकों और इतने ही छक्के के सहारे 37 रन बनाए. मनन शर्मा ने नाबाद 11 रन का योगदान दिया. हरियाणा के लिए राहुल तेवतिया ने 32 रन पर तीन विकेट, अरुण चोपड़ा ने 25 रन पर एक विकेट और युजवेंद्र चहल ने 56 रन पर एक विकेट हासिल किए.
बिहार को कड़ा सबक सिखाकर मुंबई सेमीफाइनल में
मध्यम गति के गेंदबाज तुषार देशपांडे की घातक गेंदबाजी की मदद से मुंबई ने रविवार को यहां बिहार को क्रिकेट का कड़ा सबक सिखाकर नौ विकेट से जीत दर्ज करके विजय हजारे एकदिवसीय ट्राफी के सेमीफाइनल में प्रवेश किया. लंबे अर्से बाद राष्ट्रीय स्तर पर वापसी करने वाले बिहार की टीम का पहली बार किसी बड़ी टीम से सामना था जिसमें वह बुरी तरह नाकाम रही. बिहार की टीम क्वार्टर फाइनल में मुंबई के मजबूत आक्रमण के सामने 28.2 ओवर में 69 रन पर ढेर हो गयी. देशपांडे ने 23 रन देकर पांच और बायें हाथ के स्पिनर शम्स मुलानी ने 18 रन देकर तीन विकेट लिए.
वेस्टइंडीज के खिलाफ वन-डे सीरीज से पहले मैच अभ्यास के लिए टूर्नामेंट में खेल रहे रोहित शर्मा को क्रीज पर ज्यादा समय बिताने को नहीं मिला क्योंकि मुंबई ने 12.1 ओवर में एक विकेट पर 71 रन बनाकर 225 गेंदें शेष रहते हुए जीत दर्ज कर दी. रोहित 42 गेंदों पर 33 रन बनाकर नाबाद रहे. उन्होंने तीन चौके और दो छक्के लगाये. अखिल हेरवादकर ने 24 रन बनाये. बिहार ने प्लेट ग्रुप में अजेय रहते हुए क्वार्टर फाइनल में जगह बनाई थी लेकिन मुंबई के सामने पहले बल्लेबाजी का न्यौता मिलने पर उसके बल्लेबाजों की एक नहीं चली. बिहार के केवल दो बल्लेबाज बाबुल कुमार (16) और रहमुतुल्लाह (18) ही दोहरे अंक में पहुंच पाए.