लखीमपुर खीरी: भाजपा विधायक योगेश वर्मा के साथ हुई मारपीट के मामले में पार्टी ने पहला बड़ा कदम उठाते हुए चार लोगों को निष्कासित कर दिया है। विधायक से मारपीट करने वाले अवधेश सिंह और उनके तीन साथियों—पुष्पा सिंह, अनिल यादव और ज्योति शुक्ला—को भाजपा से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है।
बता दें कि घटना लखीमपुर मुख्यालय पर अर्बन कोऑपरेटिव बैंक के चुनाव के दौरान हुई, जहां विधायक योगेश वर्मा की कुछ लोगों ने सार्वजनिक रूप से पिटाई की थी। घटना ने न केवल विधायक को बल्कि पूरे क्षेत्र की राजनीति में हलचल पैदा कर दी।
विधायक योगेश ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से सोमवार को मुलाकात की, जिसके बाद पार्टी ने यह निर्णय लिया। इस मुलाकात के बाद पार्टी में अनुशासन बनाए रखने के लिए यह कार्रवाई की गई है। हालांकि मामले में पुलिस ने अब तक अवधेश सिंह के खिलाफ एफआईआर दर्ज नहीं की, जिससे स्थिति और भी संवेदनशील रही। सूत्रों की मानें तो सीएम योगी आदित्यनाथ ने आरोपियों पर मुकदमा दर्ज करने का आदेश भी दिया है।
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मामले में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सरकार पर हमला किया, यह कहते हुए कि यह कार्रवाई पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक से संबंधित मुद्दों को उजागर करती है। वहीँ खीरी से सपा सांसद उत्कर्ष वर्मा ने भी विधायक के समर्थन में बयान दिया। उन्होंने कहा कि अगर विधायक सुरक्षित नहीं हैं, तो आम लोग कैसे सुरक्षित महसूस करेंगे। उन्होंने पुलिस प्रशासन की कार्रवाई पर भी सवाल उठाए।
भाजपा विधायक से हुई मारपीट की घटना ने लखीमपुर में राजनीतिक माहौल को गर्म कर दिया है। पार्टी द्वारा चार आरोपियों को निष्कासित करने का निर्णय एक संकेत है कि वे अनुशासन के प्रति गंभीर हैं, लेकिन पुलिस द्वारा एफआईआर दर्ज न करने से असंतोष रहा है।
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