लखनऊ: उत्तर प्रदेश के वित्त एवं संसदीय कार्य मंत्री तथा लखनऊ के प्रभारी मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने सोमवार को कलेक्ट्रेट स्थित सभागार में लोक निर्माण विभाग की 17 विभिन्न योजनाओं के संबंध में बैठक की। बैठक में उन्होंने अनधिकृत रूप से प्लाटिंग करने वाले बिल्डर्स को स्पष्ट निर्देश दिए कि वे भूखण्ड विक्रय से पूर्व समस्त अवस्थापना सुविधाएं, जैसे कि विद्युत, पेयजल, सीवर/ड्रेनेज और सड़कों का विकास सुनिश्चित करें।
श्री खन्ना ने कहा कि यदि बिल्डर्स इन आवश्यकताओं को पूरा नहीं करते हैं, तो जिलाधिकारी के माध्यम से संबंधित बिल्डर्स से इन कार्यों के लिए होने वाले व्यय की वसूली कर नगर निगम द्वारा आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। उन्होंने सभी विभागों को निर्देश दिया कि बिल्डर्स को डेवलपमेंट चार्ज जमा कराने के लिए नोटिस जारी करें और तभी प्लाटिंग की अनुमति दी जाए।
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बैठक में चर्चा के दौरान प्रभारी मंत्री ने सड़कों के निर्माण से संबंधित विभागों को निर्देश दिया कि जिस विभाग द्वारा सड़क का निर्माण किया जाएगा, उसी विभाग को अनुरक्षण कार्य भी करना होगा। उन्होंने कहा कि सड़कों के निर्माण के समय गैस पाइपलाइन, वॉटर पाइपलाइन और सीवर लाइन से संबंधित विभागों से एनओसी प्राप्त करना अनिवार्य है, ताकि सड़कों के निर्माण के बाद बार-बार खुदाई की समस्या न आए।
प्रभारी मंत्री ने नगर निगम के अधिकारियों को निर्देश दिया कि ड्रेनेज सिस्टम को प्रभावित करने वाले अतिक्रमण को जनप्रतिनिधियों की सहायता से हटाया जाए। इस बैठक में विभिन्न विधानसभाओं से कुल 707 कार्यों के प्रस्ताव प्रस्तुत किए गए, जिसमें प्रमुख रूप से राज्य योजना एवं नाबार्ड के तहत मार्गों के चौड़ीकरण, ग्रामीण मार्गों के निर्माण, सड़कों के अनुरक्षण और सेतु निर्माण के कार्य शामिल हैं।
श्री खन्ना ने निर्देश दिए कि जनहित के कार्यों, जैसे पुल और नाले आदि, को ध्यान में रखते हुए प्रस्ताव तैयार किए जाएं, और नगरीय क्षेत्रों के विस्तारीकरण के लिए भी योजनाओं में समाहित किया जाए।
बैठक में विधायक लखनऊ उत्तर डॉ. नीरज वोरा, विधायक बीकेटी योगेश शुक्ला, विधायक लखनऊ पूर्व ओ पी श्रीवास्तव, रक्षामंत्री के प्रतिनिधि दिवाकर त्रिपाठी, जिलाधिकारी लखनऊ सूर्य पाल गंगवार, मुख्य विकास अधिकारी अजय जैन, अपर नगर आयुक्त ललित सिंह, ज्वाइंट मजिस्ट्रेट गुंजिता अग्रवाल, अधिशासी अभियंता लोक निर्माण विभाग सत्येन्द्र और अधिशासी अभियंता सेतु निगम अमित सिंह सहित अन्य अधिकारी भी उपस्थित रहे।