आगरा में बड़े पैमाने पर नकली दवाओं की आपूर्ति के गोरखधंधे का पर्दाफाश हुआ है। औषधि केंद्र की आड़ में चल रहे इस रैकेट को एसटीएफ और ड्रग विभाग की संयुक्त कार्रवाई में पकड़ा गया।
जांच में पाया गया कि एटा के अलीगंज स्थित जन औषधि केंद्र से नकली दवाओं की आपूर्ति हो रही थी। इस रैकेट का संचालन अनुराग कौशल नामक व्यक्ति कर रहा था, जिसे गिरफ्तार कर लिया गया है। उसके पास से नकली दवाओं का बड़ा जखीरा, नकदी और फर्जी बिल बरामद किए गए।
कैसे हुआ भंडाफोड़?
गणेशाय इंटरप्राइजेज से सप्लाई की गई 6 दवाओं को लैब में जांच के दौरान नकली पाया गया। इसके बाद एसटीएफ ने कार्रवाई करते हुए अनुराग कौशल को माल सहित गिरफ्तार कर लिया। जांच में सामने आया कि अभियुक्त नकली दवाओं की खरीद शिमला, करनाल, कुरुक्षेत्र और अलीगढ़ जैसे शहरों से करता था और फिर आगरा व आसपास के जिलों में उनकी आपूर्ति करता था।
अभियुक्त के खिलाफ केस दर्ज
अनुराग कौशल के पिता के नाम पर एटा अलीगंज में जन औषधि केंद्र का लाइसेंस था। इसी केंद्र का इस्तेमाल नकली दवाओं के कारोबार के लिए किया जा रहा था। हरिपर्वत थाने में अभियुक्त के खिलाफ केस दर्ज किया गया है।
एसटीएफ और ड्रग विभाग की सफलता
इस रैकेट का भंडाफोड़ करके एसटीएफ और ड्रग विभाग ने एक बड़ी कामयाबी हासिल की है। नकली दवाओं का कारोबार स्वास्थ्य के लिए बड़ा खतरा साबित हो सकता था। अब जांच जारी है कि इस रैकेट से और कौन-कौन जुड़े हुए हैं।
यह कार्रवाई दवा माफिया के खिलाफ एक कड़ा संदेश है कि स्वास्थ्य से खिलवाड़ करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा।