लखनऊ: समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने शुक्रवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में भाजपा सरकार पर तीखे आरोप लगाए। उन्होंने नोटबंदी, किसानों की समस्याएं, एनकाउंटर पॉलिसी और सरकारी अहंकार को लेकर सरकार पर सवाल खड़े किए।
नोटबंदी की नाकामी को बताया ‘स्लो पॉइज़न’
अखिलेश यादव ने नोटबंदी की विफलता पर तीखा प्रहार करते हुए कहा कि जैसे-जैसे खजांची बड़ा हो रहा है, नोटबंदी की नाकामी और स्पष्ट होती जा रही है। उन्होंने कहा, “नोटबंदी का असर स्लो पॉइज़न जैसा था। इससे नौकरीपेशा, दुकानदार और रेड़ी-पटरी वालों तक सब प्रभावित हुए।”
एनकाउंटर पर ‘काउंटडाउन’ का ऐलान
अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा के एनकाउंटर का काउंटडाउन शुरू हो चुका है, और इसकी शुरुआत आने वाले उपचुनाव से होगी। उनका मानना है कि जनता भाजपा की नीति और कार्यशैली से तंग आ चुकी है और बदलाव चाहती है।
संतों में विवाद के लिए भाजपा पर आरोप
अखिलेश ने भाजपा पर संतों में झगड़े भड़काने का आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार के लोग धार्मिक मुद्दों को भड़काने का काम कर रहे हैं। उन्होंने तंज कसते हुए कहा, “व्यक्ति वस्त्रों से नहीं, बल्कि वचन से योगी होता है।”
संविधान भूलने का आरोप, सुप्रीम कोर्ट की फटकार का जिक्र
सपा प्रमुख ने कहा कि सरकार अहंकार में संविधान को भूल चुकी है। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट के हालिया फैसले का जिक्र करते हुए कहा कि कोर्ट ने इस सरकार पर जुर्माना लगाया है, जो एक अभूतपूर्व घटना है।
मुख्यमंत्री पर पलटवार: ‘आंखें चेक करवाएं’
अखिलेश ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बयान का पलटवार करते हुए कहा, “मुख्यमंत्री जी को अपनी आंखें चेक करवानी चाहिए और NCRB के आंकड़ों की समीक्षा करनी चाहिए।” यह टिप्पणी राज्य में बढ़ते अपराधों को लेकर आई।
किसानों के मुद्दे पर भाजपा को घेरा
अखिलेश यादव ने किसानों की समस्याओं पर कहा कि प्रदेश में किसान रात में लाइन में खड़े हैं खाद के लिए। उन्होंने भाजपा पर खाद माफिया के साथ मिलकर काम करने का भी आरोप लगाया और कहा कि इस सरकार को किसानों की चिंता नहीं है।
नौकरी के बजाय परीक्षा करवा रही सरकार
अखिलेश ने कहा कि भाजपा सरकार लोगों को नौकरियां देने में विफल रही है। उन्होंने कहा, “यह सरकार नौकरी देने के बजाय केवल परीक्षाएं करवा रही है।”
अखिलेश यादव ने इन मुद्दों पर भाजपा सरकार को घेरते हुए कहा कि जनता अब सरकार की नीतियों से निराश हो चुकी है और बदलाव की तरफ देख रही है।