“आगरा के हरीपर्वत थाने में पुलिस ने मृत व्यक्ति पर केस दर्ज कर चार्जशीट दाखिल की। कोर्ट ने लापरवाही पर फटकार लगाई और 4 सब-इंस्पेक्टर और फाइनेंस कंपनी के मैनेजर पर केस दर्ज करने के आदेश दिए।”
आगरा। उत्तर प्रदेश पुलिस का हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। आगरा के हरीपर्वत थाने में एक मृत व्यक्ति के खिलाफ फाइनेंस कंपनी की शिकायत पर केस दर्ज किया गया और बयान दर्ज कर चार्जशीट भी दाखिल कर दी गई। जब मामला कोर्ट पहुंचा, तो पूरी गड़बड़ी उजागर हुई।
मामला कैसे खुला?
- एक फाइनेंस कंपनी ने मृत व्यक्ति के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी।
- पुलिस ने बिना जांच किए शिकायत पर केस दर्ज कर लिया और आगे की कार्रवाई भी पूरी कर ली।
- जब दूसरे पक्ष ने कोर्ट का रुख किया, तो पता चला कि केस दर्ज होने से पहले ही संबंधित व्यक्ति की मृत्यु हो चुकी थी।
कोर्ट का कड़ा रुख
इस लापरवाही को देखते हुए कोर्ट ने पुलिस को फटकार लगाई और इस केस में गड़बड़ी करने वाले अधिकारियों और फाइनेंस कंपनी के जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई का आदेश दिया।
गिरफ्तारियों के आदेश
कोर्ट के आदेश पर हरीपर्वत थाने में 4 सब-इंस्पेक्टर फाइनेंस कंपनी के मैनेजर के खिलाफ केस दर्ज किया गया है।
क्या कहती है पुलिस?
इस मामले में आगरा पुलिस का कहना है कि यह एक प्रशासनिक चूक थी। दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई जारी है, और इस मामले में न्याय सुनिश्चित किया जाएगा।
क्या है साजिश का शक?
फाइनेंस कंपनी के खिलाफ यह भी आरोप है कि उसने जानबूझकर मृत व्यक्ति के नाम पर केस दर्ज करवा कर गलत लाभ उठाने की कोशिश की।
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विशेष संवाददाता – मनोज शुक्ल