लखनऊ। राष्ट्रीय लोकदल के प्रदेश कार्यालय पर मंगलवार को डाॅ. भीमराव अम्बेडकर की 60वीं पुण्यतिथि श्रद्धा के साथ मनाई गई। इस अवसर पर एक व्याख्यान सभा का आयोजन किया गया।
इसमें विभिन्न वक्ताओं ने भारतीय संविधान सभा के सदस्य के रूप में डाॅ.भीमराव अम्बेडकर के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर प्रकाश डालते हुए उनके जीवन से प्रेणा लेने की आवश्यकता पर बल दिया।
रालोद प्रवक्ता ने बताया कि डाॅ. भीमराव अम्बेडकर की 60वीं पुण्यतिथि मनाने के लिए एक व्याख्यान सभा का आयोजन किया गया, जिसमें विभिन्न वक्ताओं ने भारतीय संविधान सभा के सदस्य के रूप में डाॅ.भीमराव अम्बेडकर के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर प्रकाश डालते हुए उनके जीवन से प्रेणा लेने की आवश्यकता पर बल दिया।
इसके पहले रालोद नेताओं और वक्ताओं ने तमिलनाडु की दिवंगत मुख्यमंत्री जे. जयललिता के जीवन पर प्रकाश डालते हुये कहा कि देश की राजनीति में महिलाओं को मुख्यमंत्री जयललिता के जीवन से प्रेरणा लेनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि तमिलनाडु में मुख्यमंत्री जयललिता के निधन से एक राजनैतिक युग का अन्त हो गया। रालोद नेताओं और वक्ताओं ने दो मिनट का मौन धारण करके परमपिता परमेश्वर से उनकी दिवंगत आत्मा की शान्ति के लिए प्रार्थना की।शोक सभा में हाजी वसीम हैदर, प्रो. यज्ञदत्त शुक्ल, विजय सब्बरवाल सहित अनेकों कार्यकर्ता सम्मिलित हुए।