“छठ पूजा के दौरान तालाबों और नदियों में नहाते समय सुरक्षा के लिए जरूरी टिप्स और व्रतियों के खानपान संबंधी सुझाव जानें।“
लखनऊ। लोक आस्था का पावन पर्व छठ, जो इस साल 5 नवंबर से नहाय-खाय के साथ शुरू होकर 8 नवंबर तक चलेगा, खासकर बिहार, झारखंड और उत्तर प्रदेश में बहुत धूमधाम से मनाया जाता है। इस पर्व में महिलाएं 36 घंटे का निर्जला व्रत रखकर सूर्य देव और छठी मैया की पूजा करती हैं। लेकिन, इस पर्व के दौरान घाटों पर होने वाली भीड़-भाड़ और पानी की स्थिति के कारण कई हादसे भी होते हैं। पिछले साल बिहार में ही छठ घाटों पर डूबने से करीब 22 लोगों की जान चली गई थी।
सावधानियां बरतने की जरूरत
छठ घाटों पर नहाते समय:
तेज बहाव से बचें: कभी भी पानी के तेज बहाव में स्नान न करें।
खतरनाक स्थलों से दूर रहें: ऐसे घाटों या तालाबों के किनारे न जाएं जो गहरे हैं।
गहराई का ध्यान रखें: नदी या तालाब में उतरते समय हमेशा पानी की गहराई का ध्यान रखें।
प्रशासनिक गाइडलाइंस का पालन करें: हमेशा ऐसे घाटों पर स्नान करें जहां प्रशासन द्वारा उचित इंतजाम किए गए हों।
चोट की स्थिति में न जाएं: अगर आपके शरीर में कहीं चोट है तो नहाने से बचें।
नहाने के बाद:
साफ पानी से स्नान करें: तालाब या नदी में नहाने के बाद तुरंत साफ पानी से नहाना न भूलें।
एंटी-बैक्टीरियल साबुन का इस्तेमाल करें: नहाते समय एंटी-बैक्टीरियल साबुन का प्रयोग करें।
गीले कपड़े न पहनें: बहुत देर तक गीले कपड़े पहनकर न रहें, इससे संक्रमण का खतरा बढ़ता है।
स्किन ख्याल रखें: का स्नान के बाद त्वचा पर मॉइस्चराइज़र लगाएं।
छठ व्रती महिलाएं उपवास के दौरान खासतौर पर शरीर की हाइड्रेशन का ध्यान रखें। इसके लिए:
धीरे-धीरे खाएं: उपवास के बाद अचानक बहुत ज्यादा खाने से बचें।
हाइड्रेटेड रहें: नारियल पानी, नींबू पानी आदि का सेवन करें।
हल्का भोजन करें: आसानी से पचने वाले फल, उबली हुई सब्जियां या हल्के सूप का सेवन करें।
अगर कोई व्यक्ति पानी में डूब जाए, तो निम्नलिखित कदम उठाएं:
बाहर निकालें: अगर तैरना जानते हैं तो किसी रस्सी या कपड़े की मदद से उसे बाहर निकालें।
साफ करें: उसके मुंह या नाक में कुछ फंसा हो तो उसे बाहर निकालें।
सांस दें: नब्ज या सांस का पता नहीं चलने पर मुंह से मुंह लगाकर सांस दें।
CPR का प्रयोग: अगर आवश्यक हो तो कार्डियो पल्मोनरी रिससिटेशन (CPR) करें।
अस्पताल ले जाएं: आराम मिलने के बाद उसे नजदीकी अस्पताल लेकर जाएं।
छठ पर्व का आनंद लेते हुए सुरक्षा का ध्यान रखना बेहद जरूरी है। प्रशासनिक इंतजामों और व्यक्तिगत सावधानियों के साथ इस पावन पर्व को सुरक्षित तरीके से मनाना संभव है। हर कोई इस पर्व को श्रद्धा और उल्लास के साथ मनाए, लेकिन साथ ही दुर्घटनाओं से बचने के लिए सजग भी रहे।
विश्ववार्ता परिवार की तरफ से आप सभी को “छठ पूजा” की हार्दिक शुभकामनाएँ”
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रिपोर्ट – मनोज शुक्ल